गोपालगंज. सावन के महीने में बारिश के बदले जिले में तेज गर्मी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. शनिवार को तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया, जबकि धूप में 44 डिग्री तक का एहसास हुआ. यह जुलाई के 30 साल के औसत तापमान से पांच डिग्री अधिक है. दिन भर उमस और तेज गर्मी से लोग परेशान दिखे. खेतों में काम कर रहे किसानों की परेशानी और बढ़ गयी है, क्योंकि बारिश न होने से धान के पौधे सूखने लगे हैं. किसानों के लिए यह स्थिति बेहद चिंताजनक है, क्योंकि वे कर्ज लेकर खेती कर रहे हैं और अब फसल खराब होने का खतरा है. कई किसान चिंतित हैं कि यदि दो-चार दिनों में बारिश नहीं हुई तो उनकी फसल पूरी तरह खत्म हो सकती है. गर्मी और उमस के कारण किसानों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है. वे खेतों में अपने अरमानों के जलते देखने को मजबूर हैं. वहीं, लोगों ने प्रशासन से जल्द बारिश और राहत की उम्मीद जताई है. इस बीच, मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में बारिश की संभावना जताई है, जिससे किसानों को उम्मीद मिली है. जुलाई में अब तक का 30 साल का अधिकतम औसत तापमान 33.9 डिग्री है. शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री ज्यादा 37.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.4 डिग्री ऊपर 30.5 डिग्री तक चला गया. आर्द्रता 60 से 62% पर पहुंच गया. पुरवा हवा 14.7 किमी के रफ्तार से चलती रही. लोकल हीट 44 डिग्री जैसा रहा. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि 1991 से लेकर 2020 तक के गोपालगंज में जुलाई महीने में औसतन न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस और औसत अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया था. हालांकि वर्ष 2025 में जुलाई महीने का औसत तापमान बाद में पता चलेगा. मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि गोपालगंज में बीते इस सप्ताह के शुरुआती तीन दिनों में 15 मिमी से ज्यादा बारिश के चलते पर्यावरण काफी स्वच्छ हो गया है. इससे धूप के किरणों की तीव्रता काफी बढ़ गयी है. वहीं उमस भी ऐसी हो गयी है कि पूरे दिन शरीर का पसीना सूख ही नहीं रहा है. मौसम विज्ञानी ने बताया कि रविवार को बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रही नम हवा बारिश करा सकती है. कुछ जगहों पर बूंदाबांदी से हल्की बारिश का एलो अलर्ट है. 22 जुलाई को गोपालगंज में बिजली कड़कने के साथ हल्की बारिश हो सकती है. पूरे सप्ताह भर बादलों की आवाजाही बनी रहेगी.
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