बरौली. कड़ी धूप और आग उगलते सूर्य के कारण महीनों पहले सारण नहर का पानी सूख गया था और नहर को बच्चों ने खेल मैदान के रूप में उपयोग करना शुरू कर दिया था. किसानों को लगता था कि इस बार नहर में पानी नहीं आयेगा तथा खेती-किसानी मारी जायेगी. इधर मौसम की बेरुखी भी जारी है, लेकिन इसी बीच सारण नहर के पोषक क्षेत्र के किसानों के चेहरे तब चमकने लगे जब उन्होंने सारण नहर में पानी आते देखा. अब किसानों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है. नहर में पानी देख कर किसानों में उम्मीद जगी है कि अब उनके खेत में धान की रोपनी भी होगी तथा धान की फसल भी अच्छी हो जायेगी. गौरतलब है कि सारण नहर के पाटों ने कई महीने बाद पानी के दर्शन किये हैं. सारण नहर को छोड़ दें तो अब तक छोटी नहरें सूखी हैं. भले ही उसे प्लास्टर कर चिकना कर दिया गया है, लेकिन उसमें पानी के दर्शन अब तक नहीं हुए हैं. अब तक जिन किसानों ने रोपनी की शुरुआत नहीं की थी, वे रोपनी की तैयारी में हैं. किसानों ने बताया कि नहर में पानी आने की आशा ही हम लोग छोड़ दिये थे, लेकिन विभाग द्वारा नहर में पानी छोड़ कर किसानों को फायदा पहुंचाया गया है. इस पानी से खेतों में बिचड़े तैयार करने तथा धान की रोपनी में सुविधा होगी. वहीं कुछ किसानों द्वारा खेतों में बिचड़ा डाले जाने के बाद बारिश नहीं होने से बिचड़े सूख रहे थे तथा पीले पड़ रहे थे. लेकिन अब नहर में पानी आने से उन बिचड़ों में जान आ गयी है. किसानों ने यह भी बताया कि पानी आने के साथ ही नहर में जहां जाम था, वहां स्वयं मेहनत कर सफाई की गयी, ताकि पानी निर्बाध हो तथा सभी इससे फायदा उठा सकें.
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