गोपालगंज. समाहरणालय सभा कक्ष में बुधवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी पवन कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक की गयी. बैठक का उद्देश्य अर्हता तिथि एक जुलाई के आधार पर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत प्राप्त दावे-आपत्तियों के निष्पादन के बाद मतदान केंद्रों की सूची को अंतिम रूप देना था. भारत निर्वाचन आयोग के मानकों के अनुसार 1200 मतदाता संख्या, भौगोलिक दूरी और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए जिले के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्रों का युक्तीकरण किया गया है. इसका उद्देश्य मतदाताओं को नजदीक और सुविधाजनक मतदान केंद्र उपलब्ध कराना है. पूर्व में जिले में मतदान केंद्रों की संख्या 2012 थी, जो अब बढ़कर 2372 हो गयी है. इसमें 1200 मतदाता के मानक पर केंद्रों का पुनर्गठन किया गया है. युक्तीकरण के बाद 360 नये मतदान केंद्र सृजित किये गये हैं. इस अवसर पर राज्य नागरिक परिषद के उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक बैकुंठपुर मंजीत सिंह, विधायक प्रेम शंकर प्रसाद एवं सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्ष प्रतिनिधि में राजद से दिलीप सिंह, इम्तेयाज अली भूट्टो, भाजपा से राजू चौबे, जदयू से रौशन श्रीवास्तव समेत सभी दलों के प्रतिनिधि रहे. बैठक में डीएम द्वारा आगत अतिथियों को पुष्प पौधा भेंट कर स्वागत किया गया. तत्पश्चात उपनिर्वाचन पदाधिकारी डॉ शशि प्रकाश राय द्वारा बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की गयी. बैठक में उपस्थित डीडीसी कुमार निशांत विवेक, अपर समाहर्ता (राजस्व) राजेश्वरी पांडेय, एसडीओ अनिल कुमार, एसडीओ हथुआ अभिषेक कुमार चंदन, डीसीएलआर रंजना भारती, डीसीएलआर हथुआ, अवर निर्वाचन पदाधिकारी सुशांत कुमार, प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिगण मौजूद रहे. जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी मतदाताओं से अपील की है कि अपने क्षेत्र में हुए केंद्रों के बदलाव की जानकारी समय रहते प्राप्त करें ताकि आगामी निर्वाचन में किसी प्रकार की असुविधा न हो. यह युक्तीकरण लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त करने की दिशा में एक सराहनीय पहल है.
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