देसरी. प्रखंड परिवर्तन संघर्ष मोर्चा ने राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को पत्र देकर वीरचंद पटेल स्मारक महाविद्यालय देसरी में पीजी की पढ़ाई शुरू कराने की मांग की है. क्षेत्र के छात्र- छात्राओं को पीजी की पढ़ाई के लिए हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, पटना समेत दूसरे शहरों में जाना पड़ता है. जिससे उन्हें काफी परेशानियों का समाना करना पड़ता है. देसरी प्रखंड परिवर्तन संघर्ष मोर्चा के सचिव रंजीत पंडित ने मांग पत्र सीएम और राज्यपाल को साैंपा है.
दूसरी जगह जाकर पढ़ाई करने की स्थिति में नहीं हैं अधिकतर छात्र
बताया गया कि मुख्यमंत्री सचिवालय ने मांग पत्र को आवश्यक कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को भेजा है एवं इसकी जानकारी देसरी प्रखंड परिवर्तन संघर्ष मोर्चा के सचिव को दिया है. दिये गये पत्र में कहा गया है कि इस इलाके के लोगों की आजीविका मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर है. इस महाविद्यालय में पढ़ने वाले अधिकतर छात्र किसान मजदूर वर्ग से आते हैं. देश में किसानों की आर्थिक हालत काफी दयनीय है, इन्हें अपनी लागत का भी हिस्सा नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में यहां के छात्र किसी दूसरे शहर में रहकर पीजी की पढ़ाई करने की स्थिति में नहीं हैं. समाजसेवी विजय कुमार राय ने कहा कि देसरी में पीजी की पढ़ाई नहीं होने का सबसे बड़ा असर यहां की छात्राओं पर पड़ता है. वही मोर्चा के उपाध्यक्ष संजीव कुमार राय एवं रत्नेश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है, लेकिन छात्राओं की सुविधानुसार देसरी में पीजी की पढ़ाई की व्यवस्था नहीं होने से सरकार का यह दावा फेल हो रही है. स्थानीय सुबोध पासवान, सोहन कुमार, राज वल्लभ सिंह, सुरेश सिंह, रामश्रेष्ठ सिंह, नवीन पटेल, अभिषेक कुमार, सिक्किम यादव, मनीष कुमार, गौतम पटेल, अर्जुन मांझी आदि लोगों ने भी पीजी की पढ़ाई शुरू कराने की मांग सरकार से की है.
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