सोनो. सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षा सेवक व तालीमी मरकज ने अपने पूर्व की मांग को एक बार पुनः सामने लाया है. बिहार संविदा कर्मी शिक्षा सेवक व तालीमी मरकज मूल संघ के प्रदेश इकाई ने शिक्षा सेवक व तालीमी मरकज को संबंधित विद्यालय में समायोजन करने व प्राथमिक शिक्षक सहित राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग की है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार रजक, प्रदेश सचिव प्रकाश बौद्ध, प्रदेश कोषाध्यक्ष मुहम्मद शुभान व संरक्षक सह पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्मानंद दास ने सम्मिलित रूप से बीते 31 जुलाई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उक्त मांग के संदर्भ में ई मेल के माध्यम से पत्र भेजा है. पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में 28 हजार शिक्षा सेवक व तालीमी मरकज के परिवार इस मंहगाई में आर्थिक तंगी से जूझ रहे है. पूर्व में दलपति, कृषि विभाग के कॉर्डिनेटर, शिक्षा मित्र जैसे विभिन्न पदों पर रखे गए संविदा कर्मी को सरकार ने नियमित कर दिया है फिर भला हम वंचित वर्ग के शिक्षा सेवक व तालीमी मरकज को क्यों नियमित नहीं किया जा रहा है. हमने पूरी ईमानदारी व समर्पित भाव से अपनी सेवा दी है फिर भी हम भेदभाव के शिकार है. पत्र के माध्यम से संघ ने मुख्यमंत्री से मांग किया कि महादलित शिक्षा सेवक व तालीमी मरकज के बीते 17 वर्षों के कार्य अनुभव का अवलोकन करते हुए उन्हें संबंधित विद्यालय में समायोजित किया जाय व प्राथमिक शिक्षक सहित राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाय.
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