जमुई . राज्यस्तरीय आह्वान पर नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के बैनर तले बुधवार को जिले के सरकारी कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व एनएमओपीएस के जिला संरक्षक डीसी रजक, समाहरणालय संवर्ग अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कमल किशोर, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष शशि भूषण आर्य ने कहा कि वर्तमान में लागू नई पेंशन योजना न तो कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा देती है और न ही आर्थिक स्थायित्व. पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) ही कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद गरिमामय जीवन जीने की गारंटी देती थी. समाहरणालय के कर्मचारी राहुल कुमार ने कहा कि पेंशन बुजुर्ग अवस्था में जीवन की अंतिम उम्मीद होती है. सरकार को यह समझना चाहिए कि रिटायरमेंट के बाद बिना निश्चित पेंशन के कोई भी कर्मचारी आर्थिक संकट में फंस सकता है. उन्होंने बताया कि 23 जुलाई को भी कर्मचारी नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) के खिलाफ जमकर आवाज बुलंद कगेंगे. विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने काला बिल्ला लगाकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. एक ही मांग, एक ही नारा पुरानी पेंशन है हमारा अधिकार और जब तक पेंशन वापस नहीं, तब तक संघर्ष खत्म नहीं जैसे नारों से समाहरणालय परिसर गूंज उठा. कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने ओपीएस की बहाली को लेकर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो राज्य भर में चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी. मौके पर उदित दास, पप्पू मरांडी, सतीश प्रसाद, प्राण जीवन शाह, मिथिलेश कुमार, सानू कुमार, सिकंदर मंडल, दीपक कुमार, सीमा कुमारी, मुकेश कुमार, नितेश कुमार और नीतीश कुमार सहित बड़ी संख्या में कर्मियों ने अपनी सहभागिता दी. ।
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