धुआं निकलते ही यात्रियों में हड़कंप मच गया. जान बचाने की जद्दोजहद में यात्री तेजी से कोच से उतरकर स्टेशन परिसर में इधर-उधर भागने लगे. सौभाग्य से किसी यात्री के हताहत होने की सूचना नहीं है.
फायर ब्रिगेड की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे कर्मियों, स्टेशन अधिकारियों और फायर ब्रिगेड की टीम ने तत्परता दिखाई और कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया गया. फायर ब्रिगेड की सूझबूझ और तेजी से की गई कार्रवाई के चलते एक बड़ा हादसा टल गया.
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने माइकिंग के माध्यम से यात्रियों को आश्वस्त किया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और डरने की कोई आवश्यकता नहीं है. जले हुए कोच को ट्रेन से अलग करने का कार्य शुरू कर दिया गया है.
शॉर्ट सर्किट बनी आग की वजह?
स्टेशन प्रबंधक नीतीश कुमार ने बताया कि आग आउटर सिग्नल के पास ट्रेन की दो बोगियों के बीच लगे कनेक्शन वायर से उठी थी. प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को इसकी संभावित वजह माना जा रहा है. हालांकि, मामले की गहन जांच जारी है. उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन का परिचालन बहाल करने के प्रयास तेज़ी से किए जा रहे हैं.
एक बार और इस ट्रेन में लगी थी आग
गौरतलब है कि इससे पहले भी किउल रेलवे स्टेशन पर इसी ट्रेन में आग लगने की एक घटना सामने आ चुकी है. लगातार दो घटनाओं ने इस ट्रेन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अब यात्रियों की सुरक्षा को लेकर रेलवे प्रशासन पर अतिरिक्त सतर्कता और जिम्मेदारी का दबाव बढ़ गया है.
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