
कटिहार. सदर अस्पताल में मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने को लेकर छात्र-छात्राओं को घोर परेशानी उठानी पड़ रही है. यहां तक की मेडिकल सर्टिफिकेट में हस्ताक्षर व मोहर मारने के एवज में छात्र-छात्राओं से पैसे की भी मांग की जा रही है. पैसा नहीं देने पर छात्रों को सर्टिफिकेट के लिए अस्पताल का चक्कर लगवाया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला मंगलवार को भी सदर अस्पताल में देखने को मिला. जहां तीन छात्रा नवोदय विद्यालय में स्कूल की छुट्टी समाप्त होने के बाद स्कूल में जाने के बाद स्कूल से मेडिकल फिट सर्टिफिकेट की मांग की गयी. जहां तीनों छात्राएं मंगलवार को सदर अस्पताल मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिए आयीं. जहां छात्राओं से मेडिकल सर्टिफिकेट में डॉक्टर की साइन व मोहर मारने एवज में प्रत्येक छात्रा से 700 रुपये की मांग की गयी. जब छात्रों ने पैसे देने से इनकार किया तो उनके सर्टिफिकेट में मोहर मारने से इनकार कर दिया. जब छात्र व उनके परिवार वालों ने अस्पताल में हंगामा शुरू किया. तब जाकर छात्राओं का सर्टिफिकेट निर्गत कराया गया. हालांकि छात्राओं ने यह नहीं बता पायी कि अस्पताल में किस कर्मी ने उनसे पैसे की डिमांड की. छात्र दीपशिखा राज, सानिया मुर्मू, पायल कुमारी और उनके परिजन ने बताया कि मेडिकल सर्टिफिकेट के नाम पर 700 की मांग की जा रही थी, हालांकि हंगामा होने के बाद मेडिकल सर्टिफिकेट पर मोहर मार कर दिया गया. परिजन ने कहा कि इस मामले में अस्पताल प्रशासन को सख्त कदम उठाना चाहिए. स्कूल कॉलेज में बच्चों से अब मेडिकल सर्टिफिकेट की मांग की जाती है. ऐसे में गरीब बच्चे सदर अस्पताल में मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिए आते हैं तो उन्हें परेशान किया जाता है, पैसे की डिमांड की जाती है. अस्पताल प्रशासन सर्टिफिकेट निर्गत करने को लेकर एक टीम को गठित कर इस मामले में उनकी जवाबदेही होनी चाहिए.
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