मनायी गयी कवि कैलाश झा किंकर की पुण्यतिथि खगड़िया. हिन्दी भाषा साहित्य परिषद के तत्वावधान में कृष्णा नगर में कवि कैलाश झा किंकर की पुण्यतिथि के अवसर पर विचार गोष्ठी सह कवि सम्मेलन का आयोजन रविवार को किया गया. विचार गोष्ठी का विषय था एआई तकनीक और साहित्य. कार्यक्रम की अध्यक्षता केडीएस कॉलेज गोगरी के प्राध्यापक डॉ अनिल ठाकुर ने की. मुख्य अतिथि कोशी महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ कपिल देव महतो थे. विशिष्ट अतिथि बेगूसराय के कवि अमर शंकर झा सुब्बा थे. कार्यक्रम का संचालन रामकृष्ण आनंद ने किया. मौके पर परिषद महासचिव संध्या किंकर मौजूद थी. कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए रामकृष्ण आनंद ने कहा कि एआई तकनीक चाहे जितनी प्रभावी हो जाए, वह लोक से सीधे जुड़ नहीं सकती. एक कवि जीवन और समाज से जिस तरह जुड़ता है. वह तकनीक की पहुंच से बाहर की बात है. शंकरानंद ने कहा कि कवि कैलाश झा किंकर ने हिंदी भाषा और साहित्य के लिए जो जमीन तैयार की वह आज भी पुष्पित और पल्लवित हो रही है. अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि किंकर जी ने कविता लिखने से लेकर सीखने व छपने तक जिस तरह मुझे संवारा वह मेरे लिए अविस्मरणीय है. वे मेरे अनुज गुरु थे. डॉ अनिल ठाकुर ने कहा कि किंकर जी ने फरकिया की धरती को देश के स्तर तक पहुंचाया. वे मिट्टी के लाल थे. जिन्होंने शिक्षा और साहित्य के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. मौके पर कपिलेश्वर कपिल, डॉ सोहन कुमार सिन्हा, सुमन शेखर, शशि शेखर आदि ने भी अपनी बात रखी. इसके बाद कवि सम्मेलन में कविता पाठ किया गया. इस कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन संध्या किंकर ने किया.
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