-केशव नगर स्टेट के अनुरोध पर ब्रिटिश सरकार ने 1935 ई में डाकघर का किया था स्थापना
-केशवनगर डाकघर में नहीं है सुविधा, चार किलोमीटर दूर चौथम पोस्टऑफिस जाना होता
धीरज कुमार सिंह/
मुंगेर जिले के गजेटियर 1960 के संस्करण में उल्लेख है केशव नगर डाकघर
डॉ आनंद प्रताप सिंह ने बताया कि मुंगेर जिले के गजेटियर 1960 के संस्करण में केशव नगर डाकघर का उल्लेख है. फरकिया क्षेत्र का पहला डाकघर था जो कि बाबू केशवर नारायण सिंह तत्कालीन केशव नगर स्टेट के अनुरोध पर ब्रिटिश सरकार ने 1935 ई. में डाकघर का स्थापना किया था. इसके लिए जगह एवं भवन बाबू केशवर नारायण सिंह द्वारा उपलब्ध कराया गया. 1940 ई में बाबू केशवर नारायण सिंह के पुत्र बाबू शीतल प्रसाद सिंह, राय साहब, पीएन सिंह एवं जंग बहादुर सिंह ने भवन के रख रखा के लिए तत्कालीन ब्रिटिश डाक अधीक्षक के साथ समझौता किया था. तभी से डाकघर का रखरखाव बाबू केशवर नारायण सिंह के वंशजों द्वारा किया जा रहा है.
फरकिया में 19वीं शताब्दी में संचार विकास था चुनौतीपूर्ण
कहते हैं ग्रामीण
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ग्रामीण मनोज कुमार सिंह ने जिला प्रशासन से मांग किया है कि डाकघर में कर्मी की तैनाती की जाय. केशवनगर डाकघर गांव व जिले की पहचान है. इसे सुरक्षित रखना सभी का दायित्व है. भले ही आज तकनीकी क्षेत्र में डाकघर का उपयोग कम हो गया. लेकिन, अभी भी सरकारी डाक के माध्यम से ही आते हैं. लोगों को चार किलोमीटर दूर चौथम डाक लेने जाना होता है.
कहते हैं केशवर के वंशज
फोटो-31केशवर नारायण सिंह के वंशज डॉ आनंद प्रताप सिंह ने बताया कि मुंगेर जिले के गजेटियर 1960 के संस्करण में केशव नगर डाकघर का उल्लेख है. फरकिया क्षेत्र का पहला डाकघर स्थापित हुआ था. फरकिया में संचार का विकास चुनौतीपूर्ण था. उस समय केशवनगर डाकघर का स्थापना किया गया था.
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