खगड़िया. शहर के अस्पताल रोड स्थित योगेंद्र भवन में बिहार राज्य किसान सभा जिला परिषद की ओर से संगोष्ठी का आयोजन किया गया. बिहार राज्य किसान सभा के अध्यक्ष प्रभा शंकर सिंह की अध्यक्षता स्वतंत्रता सेनानी, अखिल भारतीय किसान सभा के संस्थापक व किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती की 75वीं पुण्यतिथि मनायी गयी. स्वामी सहजानंद सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी. विचार गोष्ठी को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व प्राध्यापक व मार्क्सवादी चिंतक प्रोफेसर एसएन मालाकार ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती का बाल्य काल में ही उनकी शादी करा दी गयी थी, लेकिन पारिवारिक जीवन में मन नहीं लगने के कारण बैराग जीवन धारण कर लिए. उसके बाद अंग्रेजी हुकूमत के साथ-साथ राजा महाराजा व जमींदारों द्वारा किसानों मजदूरों के ऊपर होने वाले शोषण से आहत हुए. संगठन के बदौलत किसान और मजदूर देश की आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभायी. भाकपा के जिला सचिव प्रभाकर प्रसाद सिंह ने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकार किसान व मजदूर विरोधी आर्थिक नीतियों को लागू कर रही है. जिला में मकई, केला, दूध की अधिक उत्पादन के बावजूद इन कृषि उत्पादकों पर आधारित उद्योग की स्थापना नहीं की गयी. मौके पर बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के उप महासचिव पुनीत मुखिया, एटक के जिला अध्यक्ष रमेश चंद चौधरी, सीपीआई जिला कार्यकारिणी सदस्य बिंदेश्वरी साह, अनिल कुमार सिंह, विवाश चंद्र बोस आदि ने संबोधित किया.
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