कान के स्पेशलिस्ट चिकित्सक डॉ. विद्यानंद सिंह को मिला है टीबी सहित कई विभाग का कार्रभार
सदर अस्पताल के अलावे पीएचसी व सीएचसी में भी होता है टीबी जांच व इलाज
टीबी मरीज की भर्ती की नहीं है व्यवस्था, एक माह का एक ही बार दे दिया जाता दवा
सदर अस्पताल में टीबी मरीज भर्ती की व्यवस्था नहीं है. अगर, जांच में लोगों में टीबी संक्रमण पाया जाता है तो चिकित्सक द्वारा एक माह का दवा देकर घर भेज दिया जाता है. अगर, घर पर संक्रमित मरीज स्वच्छता पर ध्यान नहीं देते हैं, जहां-तहां थूकते हैं तो परिवार के अन्य सदस्यों को संक्रमित बीमारी टीबी फैल सकता है. बताया जाता है कि गंभीर स्थिति में मरीज को वार्ड में भर्ती कराया जाता है. लेकिन, टीबी के मरीज अक्सर दो से तीन दिनों तक ही भर्ती किये जाते हैं. फिर स्थिति में सुधार होने के बाद दवा व अन्य किट उपलब्ध कराकर मरीजों को घर भेज दिया जाता है. जिसका इलाज के दौरान समय-समय पर जांच कराना होता है.संक्रमित बीमारी टीबी का लक्षण
लगातार 2 से 3 सप्ताह से अधिक तक खांसी होनाखांसी के साथ खून आनाशाम को बुखार बढ़ना रात में पसीना आनावजन घटनाभूख कम लगनाकमजोरी और थकानछाती में दर्दसांस लेने में तकलीफडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है