Motihari : मोतिहारी. प्रत्येक साल की भांति गुरूपूर्णिता के पावन अवसर पर स्थानीय पराम्बा शक्तिपीठ में इस वर्ष भी 17 दिवसीय अखंड श्री राम नाम संकीर्तन महायज्ञ का आयोजन पिछले 23 जून से प्रारंभ होकर 10 जुलाई तक चलेगा. 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व पूरे उत्साह के साथ भक्तों द्वारा मनाया जायेगा. इस अवसर पर परामबा शक्तिपीठ पीठाधीश्वर चंचल बाबा ने कहा कि राम नाम वह मंत्र है, जिसमें वेदों का प्राण एवं सार छिपा है. इस कलियुग में राम नाम ही जीवन जीने का महत्वपूर्ण आधार है. इसका जाप करके आदि कवि वाल्मिकी ब्रहमस्वरूप हो गये. राम नाम तो वस्तुत. जुड़वा भाई है जो जगत का पालन और भक्तों की रक्षा करते है. यह नर नारायण के समान है. कहा कि श्री राम ने तो केवल केवट जटायु और शबरी को ही तारा, लेकिन राम नाम ने तो अनगिनत भक्तों एवं जापकों का उद्धार किया. नाम जपने से नि.संदेह सारे संकट मिट जाते है. इसलिए नाम के प्रभाव और इसके महत्व का वर्णन चारो वेदों में भी शामिल है. इस अवसर पर पराम्बा शक्तिपीठ के सभी सदस्य मौजूद थे.
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