Motihari: मोतिहारी. शहर के चांदमारी मुहल्ला स्थित आश्रम में गुरु पूर्णिमा एवं ऋषि प्रसाद जयंती कार्यक्रम बड़ी धूमधाम से मनाया गया. श्रद्धालु साधकों ने जप-ध्यान, भजन-कीर्तन, सत्संग की भक्तिमय गंगोत्री में गोता लगाये. योग वेदांत सेवा समिति के उपाध्यक्ष संजय शरण श्रीवास्तव व सचिव राजेश रंजन ने बताया कि आज का दिन साधकों के लिए विशेष होता है. इसको व्यास पूर्णिमा भी कहते है. आज के दिन व्यास तत्व, गुरु तत्व, के चिंतन और सुमिरन करके तत्वज्ञान प्राप्त करते हैं. सच्चे सुख देने की व्यवस्था करने वाले व्यास की स्मृति करके हम अपने अंतरात्मा के सच्चे सुख को पाने की यात्रा करे, यही व्यास पूर्णिमा के पर्व का उद्देश्य है. शास्त्राे में कहा गया है कि आज के दिन किया गया जप, ध्यान, पुजन और सेवा अनन्तगुना फलदायी होता है. आश्रम में सुबह सर्वप्रथम विश्व शांति व पूज्य बापूजी के उत्तम स्वास्थ्य हेतु महामृत्युंजय मंत्र के जप सहित ससंकल्प हवन किया गया. उसके बाद षोडशोपचार द्वारा पादुका पूजन हुआ, वहीं ऋषि प्रसाद महाग्रंथ की 35 वीं जयंती मनाई गई, तत्पश्चात श्री आशारामायण जी का सामूहिक संगीतमय पाठ किया गया. योग वेदांत सेवा समिति के उपाध्यक्ष संजय शरण श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष रामलाल जी, मनोज भाई, दिलीप जायसवाल, शिवकुमार भाई, उमेश माई, चंद्रकला देवी, निशा कुमारी, अरुणाकर भाई, अच्छेलाल भाई, जय मंगल भाई, संजू देवी, जयप्रकाश भाई, लाजवंती देवी, मंजू देवी, बेतिया समिति से मुरारी जी, अखिलेश भाई, भोला साह भाई. सोहन भाई, सीताराम मिश्रा भाई, मुरारी भाई, पूजा बहन, शर्मिला बगड़िया, पहाड़पुर गहरी से शिवनाथ कुशवाहा, मुकेश भाई, निर्मला देवी, पवन कुमार. रानी पकड़ी सहित सैकड़ों की संख्या में साधक भाई बहन शामिल हुए.
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