Motihari: चकिया. अनुमंडल के शीतलपुर बाराडिह स्थित कामख्या माई मंदिर परिसर में शिव-पार्वती प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर शुक्रवार को विशाल कलशयात्रा निकाली गई. हाथी-घोड़े और गाजे-बाजे के साथ निकाली गई कलशयात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. श्रद्धालुओं ने अहिरौलिया बाराघाट स्थित बुढ़ी गंडक नदी से जलबोझी की. इसके पूर्व आचार्य मुरारी पांडे द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सभी श्रद्धालुओं से पूजन कराया गया. मुख्य यजमान राहुल कुमार यादव ने बताया कि सात दिवसीय आयोजन के दौरान कामख्या माई मंदिर के प्रांगण में शिवलिंग और मां पार्वती के प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा कराई जाएगी. बताते चलें कि बाराडिह स्थित कामख्या माई मंदिर की आसपास के क्षेत्र में काफी मान्यता है.यहां दूर-दूर से श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूरी करने हेतु हाजिरी लगाते हैं.नगर परिषद क्षेत्र में भी सावन के पहले दिन शिवालयों में श्रद्धालु भक्तों की काफी भीड़ देखी गई.स्थानीय बौधी मंदिर, जयंती मंदिर, बलखाना मंडला माई स्थान, सत्यनारायण मंदिर, संकटमोचन मंदिर, सर्वेश्वरनाथ मंदिर सहित सभी मंदिरों में सुबह से ही जलाभिषेक करने वालों की भीड़ देखी गई. मौके पर रामभजु यादव, बिट्टू सिंह, जोगिंदर राय, कुणाल कुमार, मनीष यादव सहित काफी संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु मौजूद थे.
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