Motihari: बंजरिया. प्रखंड की सभी आशा कार्यकर्ता एवं आशा फैसिलेटर अपनी मांगों को लेकर पांच दिवसीय हड़ताल के तीसरे दिन भी डटी रहीं. गुरुवार को उन्होंने पकड़िया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंजरिया में पहुंच अस्पताल के मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारी आशा कार्यकताओं ने बताया कि वे 24 घंटे सेवा में तत्पर रहती हैं, लेकिन इसके बदले मिलने वाला मानदेय न तो सम्मानजनक है और न ही मेहनत के अनुरूप. फिलहाल मात्र एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है, जबकि आशा फैसिलेटर को 21 दिनों की ड्यूटी के लिए महज 500-500 रुपये मिलते हैं. मांग है कि आशा को प्रोत्साहन के रूप में 21 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाये, ताकि अपने परिवार का भरण-पोषण ठीक से कर सकें. पांच दिवसीय हड़ताल के बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी गयीं तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगी. वही धरने के कारण ओपीडी सेवा पूरी तरह बाधित रही. धरने में सीमा पाठक, लवली कुमारी, पूर्णिमा देवी, हंसा रानी, कृष्णा देवी, किरण देवी, निर्मला देवी, नूर फातमा, विधु बाला, नाजरीन बेगम, रीता देवी, सुनीता देवी, उमा देवी, गीता देवी, खुशबू शाहीन, संजू देवी, रहमत बेगम सहित अन्य उपस्थित थे.
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