Motihari : बंजरिया. सिसवा पूर्वी पंचायत स्थित अंजुमन शुब्बान ए इस्लाम सिसवा के तत्वावधान में शनिवार संध्या में एक दिवसीय अजीमुश्शान जलसा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जमीयत अहले हदीस, हिन्द के सचिव मौलाना असगर अली इमाम मेहदी व संचालन जमील अख्तर शफीक ने की. जमीयत अहले हदीस के महासचिव मौलाना असगर अली मदनी ने कहा कि आज देश में मुसलमानों को परेशान करने की साजिशें रची जा रही हैं. वहीं मौलाना जर्जीस ने कहा कि वर्तमान समय जज़्बात में बहने का नहीं बल्कि चेतना जगाने का है. श्री सिराजी ने संबोधन में इस्लाम के इतिहास की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि जमाना जाहिलियत में भी लोग इस्लाम की मिटने और खत्म होने का इंतेज़ार करते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और न होगा. इस्लाम और इसके पैगाम रहती दुनिया तक के लिए है. जमीयत ए अहले हदीस बिहार के नाजिम मौलाना खुर्शीद मदनी ने कहा कि इस्लाम ने हमें सब्र और संयम की तालीम दी है. विपरित परिस्थिति से उबारने में इसकी भूमिका अहम होती है. जलसा को जामिया ईमाम इब्ने तैमिया चन्दनबारा के पूर्व कुलपति डॉ. अरशद फहीम मदनी, मौलाना नुरूल इस्लाम मदनी, मौलाना नेयाज अहसन तैमी आदि ने संबोधित किया. सभा को जमीयत अहले हदीस बिहार के नाजिम मौलाना खुर्शीद मदनी, मौलाना नियाज अहसन तैमी, मौलाना अरशद फहीमुद्दीन मदनी, मौलाना नूरुल इस्लाम मदनी, मौलाना हाशिम फैजी, मौलाना शकील अहमद अठारी व अन्य ने संबोधित किया. मौके पर स्थानीय विधायक सह पूर्व मंत्री डॉ. शमीम अहमद, प्रमुख जफीर आजाद चमन, जिला परिषद सदस्य ई. तौसीफ-उर-रहमान, फैजूर रहमान मुन्ना, गालिब अहसन, डॉ. आदिल अहसन, डॉ. उमेश अख्तर, आसिम कलीम, आसिफ रजा, डॉ. समीर अहमद, डॉ. मुजतबा नवाज, सिराजुल हक, मौलाना महताब नदवी, मौलाना मोहम्मद अली, इंजीनियर मुजीब-उर-रहमान, मौलाना शकील अशरी, डा. अकील अहमद, जिशान ईलाही मनीर तैमी, मौलाना नईमुद्दीन तैमी सहित अन्य उपस्थित थे.
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