अरेराज. देवाधि देव् महादेव के प्रिय मास सावन अंतिम पड़ाव के तरफ है. पूरे सावन मास भक्त महादेव को रिझाने के लिए गेरुवा वस्त्र धारण कर भक्तिमय माहौल में जुटे रहे .महादेव के प्रिय मास की अंतिम सोमवारी होने के कारण बिहार के काशी मनोकमनपुरक पंचमुखी सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर में रविवार सुबह से पड़ाव स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होने लगी है. इंद्र देव के फुहारे के के बीच बोल बम का नारा है बाबा एक सहारा है गाने के धुन पर सभी सड़को पर जलभरी कर नाचते गाते भक्तो के आने का सिलसिला शुरू हो गया है.अंतिम सोमवारी होने के कारण भारी भीड़ को लेकर अनुमंडल प्रशासन व मंदिर प्रबंधन श्रद्धालुओ की बेहतर सुबिधा को लेकर ततपर है .एसडीओ अरुण कुमार ,डीएसपी रवि कुमार सहित पदाधिकारी द्वारा मंदिर परिसर, ब्रेकेटिंग,ड्रॉप व फिक्स गेट ,पड़ाव स्थल व पार्किंग स्थल का निरीक्षण कर तैनात दण्डाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियो को कई निर्देश दिया गया .भक्तो की जलाभिषेक के लिए भारी भीड़ की अंदेशा को लेकर मेला दंडाधिकारी व थाना अध्यक्ष को एक बजे रात्रि में प्रथम पूजन के बाद महिला व पुरुष के लिए अलग अलग अरघा लगाकर मुख्य पट खोलने का निर्देश दिया गया है.वहीं अंतिम सोमवारी पर श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए फुहारा मशीन लगाकर सेंट का फुहारा से महिला व पुरुष श्रद्धालुओं का स्वागत की जाएगा.साथ ही पुष्प वर्षा का सभी श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया जाएगा. श्रावण मास के अंतिम सोमवारी पर महामंडलेश्वर स्वामी रविशंकर गिरि ने बताया कि श्रावण मास के अंतिम सोमवार व्रत का विशेष महत्व है.मान्यता है कि श्रावण सोमवार के दिन व्रत करने व भोलेनाथ की विधिवत पूजा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है.इस बार श्रावण के आखिरी सोमवार पर सर्वार्थ सिद्धि योग सहित कई शुभ संयोग बनने से इस दिन का महत्व बढ़ रहा है.श्रावण के आखिरी सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है.हिंदू धर्म में सर्वार्थ सिद्धि योग को अत्यंत शुभ माना गया है. इस अवधि में किए गए कार्यों का शुभ फल प्राप्त होता है.
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