मोतिहारी. 26 मई सोमवार को ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि के अवसर पर वट सावित्री व्रत रखा जायेगा. यह व्रत विशेष रूप से सौभाग्यवती स्त्रियों द्वारा अपने पति की दीर्घायु, अखंड सौभाग्य और समग्र पारिवारिक उन्नति की कामना से किया जाता है. व्रत का पारण 27 मई मंगलवार को प्रातः 8:30 बजे से किया जायेगा, क्योंकि अमावस्या तिथि का समापन उस दिन प्रातःकाल में हो रहा है. आचार्य सुशील पाण्डे व विकास कुमार के अनुसार, जिस दिन मध्याह्न काल में अमावस्या तिथि विद्यमान हो, उसी दिन वट सावित्री व्रत का आयोजन किया जाता है. इस व्रत में वट (बड़) वृक्ष की – पूजा की जाती है, क्योंकि इसमें देवी सावित्री का वास माना गया है. पूजा के दौरान सावित्री और उनके पति सत्यवान की कथा का स्मरण किया जाता है.
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