बरियारपुर राजा दशरथ काे कोई पुत्र नहीं था. इसलिए पुत्र प्राप्ति हेतु उन्होंने अश्वमेघ और पुत्रकामेष्ठि यज्ञ करने का निर्णय लिया. जिसके बाद उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई. ये बातें कथावाचिका साध्वी प्रियंका ने मंगलवार को खड़िया गांव में आयोजित 11 दिवसीय रुद्र महायज्ञ में प्रवचन करते हुए कही. कथावाचिका ने कहा कि राजा दशरथ ने अनेक ऋषि एवं तपस्वियों और विद्वानों को आमंत्रित किया. गुरु वशिष्ठ और ऋषि श्रृंगी के नेतृत्व में यज्ञ आरंभ हुआ. सम्पूर्ण वातावरण वेदों की ऋचाओं और सुमिधा की सुगंध से महकने लगा. यज्ञ समाप्ति के पश्चात समस्त पण्डितों, ब्राह्मणों, ऋषियों को यथोचित धन-धान्य, गौ आदि भेंट की गई. महायज्ञ का प्रसाद राजा ने अपनी तीनों पत्नियों कौशल्या, सुमित्रा और कैकेयी को दिया. जिसके फलस्वरूप तीनों रानियों ने गर्भधारण किया और चैत्र माह के शुक्ल नवमी के पावन दिवस पर रघुकुल दीप श्री राम का जन्म हुआ. दशरथ की दूसरी रानी सुमित्रा ने दो पुत्रों को और तीसरी रानी कैकयी ने एक पुत्र को जन्म दिया. रघुकुल के सभी राजकुमार अत्यंत प्रतापी और तेजस्वी थे. प्रजाजनों को राजा दशरथ ने धन-धान्य और दरबारियों को रत्न, आभूषण भेंट किये. महर्षि वशिष्ठ ने महाराज के पुत्रों को रामचन्द्र, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न नाम से सुशोभित किया. कहते हैं कि श्री राम जन्म के पश्चात गगन से पुष्पों की वर्ष हुई थी और चारों ओर उल्लास और आस्था का वातावरण था. वहीं महायज्ञ स्थल का श्रद्धालुओं ने परिक्रमा कर मनोकामनाएं मांगी और महाभंडारा में प्रसाद ग्रहण किया. मौके पर मुखिया संजय कुमार सिंह, रीना कुमारी, पूजा रानी, रघुनंदन कुमार, वाल्मीकि कुमार, शालिग्राम सहित ग्रामीण सहयोग कर रहे हैं. —————————————————- बॉक्स ————————————————— एक दिवसीय अखंड रामधुन को लेकर निकली कलश शोभायात्रा फोटो संख्या : फोटो कैप्शन : 12. अखंड रामधुन को लेकर निकली कलश शोभायात्रा तारापुर : एक दिवसीय रामधुन महायज्ञ को लेकर उल्टा स्थान, तारापुर परिसर से 451 महिलाओं व कन्याओं ने कलश शोभायात्रा निकाली. प्रखंड प्रमुख पिंकू मेहता एवं राजद नेता जितेंद्र कुशवाहा ने शोभायात्रा को रवाना किया. शोभायात्रा रणगांव दुर्गा मंदिर परिसर से ढोल-नगाड़ों, गाजे बाजे एवं देवी- देवताओं के जयघोष के साथ निकली जो कसवा, मानिकपुर, विषय, पियारपुर होते हुए देवी स्थान पढ़भरा पहुंची. इस दौरान शोभायात्रा में शामिल महिलाओं को जगह-जगह पानी व शर्बत पिलाया गया. पंडित अंजन ने यज्ञ स्थल पर विधि-विधान के साथ कलश को स्थापित कराया. इसके उपरांत रामधुन यज्ञ का शुभारंभ किया गया. जिसका उद्घाटन विधायक राजीव कुमार सिंह ने फीता काटकर किया. आयोजन समिति द्वारा बताया कि बुधवार को पूर्णाहुति, हवन व भंडारे के साथ महायज्ञ संपन्न होगा. शोभायात्रा को सफल बनाने में गोपाल सिंह, कौशल सिंह, निवास कुमार, रामकृष्ण सिंह, जवाहर सिंह, जलधर सिंह, राजेश कुमार सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे.
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