जमालपुर. मारवाड़ी धर्मशाला परिसर में महामाया शक्ति धाम मंदिर के तीसरे स्थापना दिवस पर चल रहे नौ दिवसीय देवी भागवत कथा में बुधवार को पूरा पंडाल श्रद्धालु श्रोताओं से भरा रहा. कथावाचक कौशिक जी महाराज ने माता का गुणगान करते हुए जमालपुर के सनातनियों को माता-पिता की सेवा का पाठ पढ़ाया. उन्होंने कहा कि पुत्र के लिए माता-पिता के चरणों से बढ़कर कोई तीर्थ स्थान नहीं है. जब आपके घर के माता-पिता प्रसन्न रहेंगे तो माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी. सत्य, तप, पवित्रता और दान धर्म के चार प्रमुख चरण हैं. इस कलयुग में दान की महिमा विशेष है. सत्यवादी राजा हरिशचंद्र सत्य के राह पर चलते हुए सत्य के लिए जीवन भर कष्ट सहा. आज भी उनकी कथा हम सभी स्मरण करते हैं. जिस प्रकार माता रानी ने शेर पर सवार होकर महिषासुर दी राक्षसों को मारा, ठीक उसी प्रकार समर्थ के शेर पर सवार होकर हम सभी श्रद्धालुओं को काम क्रोध जैसे शत्रुओं को मारना पड़ेगा. कथा के अंत में आज महाकाली महालक्ष्मी और मा सरस्वती का दर्शन झांकी के रूप में कराया गया. मौके पर शिवम शर्मा, आयुषी सुमन, गिरधर शंघाई, जयशंकर शर्मा, महेश शंघाई, राजकुमार शर्मा, योगेश अग्रवाल सहित अन्य मौजूद थे.
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