Bihar News: बिहार के मुंगेर में एक दारोगा को बिना वर्दी और पुलिस बल लिए दो पक्षों के बीच हो रही मारपीट को शांत कराने की कोशिश करना भारी पड़ गया. सिविल में रहने के कारण दोनों पक्षों के विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे एसआइ की एक ना चली और थोड़ी दबंगई दिखाने पर भीड़ ने दारोगा को ही पीट दिया. सब इंस्पेक्टर कुंदन कुमार खुद का परिचय देते रह गए लेकिन भीड़ ने उनकी एक ना सुनी. किसी तरह भागकर दारोगा ने अपनी जान बचायी. घटना जमालपुर थाना क्षेत्र के दौलतपुर की है.
बिना वर्दी पहुंचे दारोगा को भीड़ ने पीटा
मिली जानकारी के अनुसार, दौलतपुर में दो पक्षों के बीच मारपीट की सूचना थाना में तैनात एसआई कुंदन कुमार को मिली तो वो बिना वर्दी पहने और बिना पुलिस बल लिए वहां पहुंच गए. दारोगा बिना वर्दी के थे तो उनकी वहां एक ना चली. बाइक से पहुंचे कुंदन कुमार ने खुद को जमालपुर थाना का दारोगा बताकर दबंगई दिखायी. थोड़ी सख्ती काने पर भीड़ उनसे ही उलझ गयी.
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खुद को दारोगा बताते रहे, भीड़ पीटती रही
भीड़ को लगा कि दूसरे परक्ष से वो यहां दबंगई करने आया है. भीड़ ने दारोगा को पीटना शुरू कर दिया. वो बार-बार बताते रहे कि जमलापुर थाने के सब इंस्पेक्टर हैं लेकिन भीड़ ने उनकी एक ना सुनी. दारोगा के एक अंगुली में चोट भी आयी है. किसी तरह वो जान बचाकर भागे.
सब इंस्पेक्टर ने कर दी भारी गलती
इधर, पूरे मामले की जांच भी शुरू हो गयी है. बताया गया कि कुंदन कुमार ने थानेदार को भी सूचना नहीं दी थी और बिना वर्दी पहने और बिना पुलिसबल लिए घटनास्थल पर चले गए थे.
मुंगेर एसपी ने मांगी जांच रिपोर्ट, नपेंगे सब-इंस्पेक्टर
इधर मुंगेर पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने कहा कि थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि एसआइ के आचरण की जांच करे और रिपोर्ट सौंपे. बिना सूचना दिए, बिना वर्दी पहने और बिना पुलिसबल लिए आखिर वो कैसे पर्सनल लेबल की सूचना पर वहां गए. जांच रिपोर्ट आने पर एसआई के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी.