जमालपुर. भारतीय संस्कृति, परंपरा और नैतिक मूल्यों के प्रचार-प्रसार को लेकर विद्या भारती द्वारा संचालित ‘संस्कृति ज्ञान महाअभियान’ को लेकर शनिवार को सरस्वती विद्या मंदिर, दौलतपुर जमालपुर में बैठक हुई. जिसमें विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के पदाधिकारी, प्रधानाचार्य, उपप्रधानाचार्य सहित सभी आचार्य ने भाग लिया. बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य छठु साह ने कहा कि संस्कृति समाज की आत्मा है. राष्ट्र को सशक्त बनाने के लिए विद्यार्थियों को भारतीय परंपरा आधारित दृष्टिकोण से समृद्ध करना आवश्यक है. यह अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि भावी पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने वाला जनजागरण है. विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव चंद्रशेखर खेतान ने कहा कि विद्या भारती शिक्षा को जीवन और राष्ट्र निर्माण से जोड़ने के पक्ष में रही है. यह अभियान उसी दिशा में एक सशक्त प्रयास है. विद्यालय समिति इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु हर संभव सहयोग करेगी. कोषाध्यक्ष सुधीर सिंह ने बताया कि अभियान के अंतर्गत विद्यालय में भारतीय परंपरा आधारित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित किए जाएंगे. इससे विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता और अभिव्यक्ति कौशल का विकास होगा. उपप्रधानाचार्य संतोष कुमार ने अभियान की रूपरेखा साझा करते हुए बताया. साथ ही कहा कि इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में आत्मगौरव, नैतिकता और राष्ट्रीय चेतना का संचार करना है. उन्होंने बताया कि प्रत्येक आचार्य को विभिन्न गतिविधियों की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. अभियान की शुरुआत विद्यालय स्तर से होगी और इसे नगर एवं क्षेत्रीय स्तर तक विस्तार देने का लक्ष्य रखा गया है. मौके पर उदय कुमार, शैल कुमारी, सरस्वती शिशु मंदिर मुंगेर पथ की प्रधानाचार्या किरण कुमारी आदि मौजूद थी.
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