जमालपुर जमालपुर के ईदगाह रोड स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की चार दिवारी का निर्माण 27.92 लाख रुपए की लागत से किया जाएगा. सरकार के अपर सचिव शंभू शरण ने इस आशय का पत्र बिहार के महालेखाकार को भेजा है. जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2025-26 में मुंगेर जिला अंतर्गत जमालपुर प्रखंड में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की चार दीवारी निर्माण के लिए 27 लाख 92 हजार 200 की प्रशासनिक एवं व्यय की स्वीकृति प्रदान की गई है. जिसमें कहा गया है कि मुख्य महाप्रबंधक परियोजना बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम पटना के पत्रक 469 दिनांक 16 अप्रैल 2025 द्वारा मुंगेर जिला अंतर्गत जमालपुर प्रखंड में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चार दीवारी निर्माण हेतु उक्त राशि का तकनीकी अनुमोदित प्राक्कलन प्राप्त हुआ है. यद्यपि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण केंद्र प्रायोजित योजना अंतर्गत किया गया है. इसमें चार दिवारी का प्रावधान नहीं होने के कारण राज्य योजना अंतर्गत विभागीय स्वीकृति दिया गया है. जिसको लेकर 27 लाख 92 हजार 200 रुपए की प्रशासनिक एवं व्यय की स्वीकृति प्रदान की गई है. उक्त कार्य बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड पटना द्वारा कराया जाएगा. इसमें यह भी आदेशित किया गया है कि सामग्री की आपूर्ति के पूर्व इसकी संतुष्टि प्राप्त कर ली जाएगी कि संबंधित कार्य किसी अन्य योजना से नहीं कराया जा रहा हो या पूर्व में नहीं कराया गया हो निगम द्वारा प्रदत्त तकनीकी अनुमोदित प्राक्कलन के मुताबिक सामग्री की आपूर्ति कराया जाएगा. चार दिवारी का निर्माण कार्य तकनीकी अनुमोदित प्राक्कलन के अनुसार ही कराया जाएगा तथा कार्य का सगन पर्यवेक्षक निगम द्वारा अधिकृत नामित पदाधिकारी एजेंसी द्वारा कराया जाएगा, ताकि सामग्री की गुणवत्ता बनी रही. उल्लेखनीय है कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किराये के भवन में संचालित हो रहा है. जहां चार दिवारी नहीं होने के कारण चिकित्सक व कर्मी खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं. वहीं रात में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता था. बता दें कि साल 2024 में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के दवा काउंटर समीप अपराधियों ने एक स्थानीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी. अब शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की चार दिवारी निर्माण हो जाने के बाद जहां इस केंद्र में काम करने वाले चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों के बीच सुरक्षा की भावना जगेगी. वही यहां आने वाले सैकड़ो मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा.
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