आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा पा रहा सदर अस्पताल

मुंगेर सदर अस्पताल जरूरतमंदों को आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है.

By MD. TAZIM | March 18, 2025 7:51 PM
an image

गंभीर स्थिति में आने वाले मरीजों को कर दिया जाता है रेफर

प्राइवेट अस्पताल संचालकों को हो रहा फायदा

मुंगेर. मुंगेर सदर अस्पताल जरूरतमंदों को आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है. पिछले एक सप्ताह के दौरान चाहे वह मुफस्सिल थाना के घायल एएसआइ संतोष कुमार सिंह के इलाज का मामला हो या फिर शंकरपुर मिल्की गांव में गोली से घायल युवक के इलाज की बात हो. आपात स्थिति में स्वास्थ्य सेवा के लिए जरूरतमंद भागे-भागे सदर अस्पताल तो पहुंचते हैं, लेकिन यहां भी उनका इलाज नहीं हो पाता और तुरंत ही ऐसे मामलों में जीवन व मौत से जूझ रहे घायल को रेफर कर दिया जाता है. इसके बाद एक ही सहारा बचता है प्राइवेट अस्पताल.

मॉडल अस्पताल का ट्रामा सेंटर नहीं हो पाया है आरंभ

सदर अस्पताल में 32 करोड़ की लागत से बने मॉडल अस्पताल में घटना व दुर्घटना में घायल मरीजों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रामा सेंटर बनाया गया है, लेकिन मॉडल अस्पताल हैंडओवर नहीं हो पाने के कारण अबतक यहां बने ट्रामा सेंटर का भी मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में बदहाल आपातकालीन वार्ड में आने वाले मरीजों को रेफर ही होना पड़ रहा है. इसके अतिरिक्त मॉडल अस्पताल में अति गंभीर मरीजों के लिए 12 बेड का इमरजेंसी सह आइसीयू वार्ड भी बनाया गया है. लेकिन हैंडओवर के पेच में फंसे मॉडल अस्पताल में इस 12 बेड वाले इमरजेंसी सह आइसीयू वार्ड की सुविधा भी अबतक मरीजों को नहीं मिल पा रही है. इसके कारण सदर अस्पताल में आने वाले अति गंभीर मरीज अबतक बिना वेंटिलेटर वाले आइसीयू में इलाज करा रहे हैं.

सदर अस्पताल से रोगी पहुंच रहे निजी अस्पताल

मुंगेर सदर अस्पताल में मिल रही पीएचसी जैसी सुविधा, उठ रहे सवाल

32 करोड़ों की लागत से बना मॉडल अस्पताल पड़ा है बेकार

मुंगेर. आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ उपलब्ध कराने के लिए मुंगेर में 32 करोड़ की लगात से 100 बेड का मॉडल सदर अस्पताल बनाया गया. इसका उद्घाटन 5 फरवरी 2025 को प्रगति यात्रा पर पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था, लेकिन अबतक मॉडल अस्पताल भवन में सदर अस्पताल शिफ्ट नहीं हो सका है. स्वास्थ्य विभाग और निर्माण एजेंसी बीएमआइसीएल अब भी मुंगेर के लोगों के साथ मॉडल अस्पताल को लेकर हैंडओवर का खेल खेलने में लगी है. जबकि मॉडल अस्पताल के सामने प्रतिदिन मरीज निजी नर्सिंग होम में रेफर हो रहे हैं.

डाॅ विनोद कुमार सिन्हा, सिविल सर्जनB

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

संबंधित खबर और खबरें

यहां मुंगेर न्यूज़ (Munger News) , मुंगेर हिंदी समाचार (Munger News in Hindi), ताज़ा मुंगेर समाचार (Latest Munger Samachar), मुंगेर पॉलिटिक्स न्यूज़ (Munger Politics News), मुंगेर एजुकेशन न्यूज़ (Munger Education News), मुंगेर मौसम न्यूज़ (Munger Weather News) और मुंगेर क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर .

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version