संग्रामपुर नगर पंचायत संग्रामपुर के लक्ष्मीपुर स्थित वैष्णवी चैती दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन मंगलवार को भगवान शिव की महिमा का बखान किया गया. फरीदाबाद से पधारे प्रसिद्ध कथावाचक राम जी भाई शास्त्री ने बताया कि जब व्यक्ति विपरीत परिस्थितियों में होता है, तो उसका धर्म से पतन हो सकता है. लेकिन भगवान शिव की कृपा मात्र से वह पुनः उत्तम स्थिति प्राप्त कर सकता है. कथावाचक ने भगवान शिव और उनके अनन्य भक्त कुबेर की कथा सुनाते हुए कहा कि जब शिव की कृपा होती है, तो मात्र शिवालय का प्रसाद ग्रहण करने से भी कल्याण संभव हो जाता है. भगवान शिव ने कुबेर को अपनी कृपा से अलकापुरी का स्वामी बना दिया और उन्हें धन का अधिपति सौंप दिया. कथा के माध्यम से श्रद्धालुओं को भगवान शिव की भक्ति और उनके आशीर्वाद की महिमा का बोध कराया गया. कथा के दौरान “डिम डिम डमरू बजैया के संग में गौरी मइया के जयकारा… ” भजन पर पंडाल में बैठे श्रद्धालु झूमने को मजबूर हो गए. कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्रामीणों का विशेष योगदान रहा. मौके पर डॉ रामानंद सिंह, विनय सिंह, नवीन सिंह, सुनील सिंह, नरेश सिंह, बादल, आदित्य, सौरभ, रवि, कुणाल, अमित सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे. —————————————————— मर्यादा पुरुषोत्तम राम का आदर्श व व्यक्तित्व सबों के लिए अनुकरणीय : रजनीशानंद फोटो संख्या : फोटो कैप्शन : प्रवचन करते कथावाचक हवेली खड़गपुर : प्रखंड के बागेश्वरी स्थित वासंती वैष्णवी दुर्गा मंदिर परिसर में श्रीरामचरित मानस कथा के आयोजन से पूरा क्षेत्र भक्ति के माहौल में पुलकित नजर आ रहा है. मर्मज्ञ कथावाचक रजनीशानंद जी महाराज ने राम के व्यक्तित्व और कृतित्व का बखान करते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम राम का आदर्श व्यक्तित्व को सबों के लिए अनुकरणीय बताया. साथ ही शिव-पार्वती विवाह का भी प्रसंग सुनाया गया. कथा के बीच में भजन गायक पंकज कुमार ने एक से बढ़कर एक भक्ति भजन पेश किये. इस दौरान हारमोनियम पर रामलखन आनंद, नाल पर निरंजन, पैड पर प्रवीण संगत कर रहे थे. वहीं रविन्द्र शरण के नेतृत्व में झांकी प्रस्तुत की गई. जिसे देख श्रद्धालु निमग्न हो गये. मौके पर चंद्रदेव मंडल, अरुण मंडल, अनिल कुमार, चंद्रशेखर मंडल, अरविंद कुमार, प्रेमजीत कुमार समेत समिति सदस्य और धर्मानुरागी मौजूद थे. वहीं दूसरी ओर धपरी गांव में आयोजित शत चंडी यज्ञ श्रीमद देवी भागवत कथा में बृंदावन धाम के कथावाचक अखिलेश्वरानंद जी महाराज और गंगोत्री उत्तराखंड के ओमप्रकाश शास्त्री ने ओजपूर्ण नर्मदा पुराण के महात्म्य का बखान किया. जिसे सुनने के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा.
संबंधित खबर
और खबरें