आगंतुकों को भारत की आत्मा का कराया एहसास
पवेलियन निदेशक पुष्पम ने कहा कि हमने भारत की विविधता को तकनीक, कला और संस्कृति के माध्यम से एक मंच पर लाने का प्रयास किया है. यहां हर आगंतुक भारत की आत्मा को महसूस कर सकते हैं. बिहार फाउंडेशन जापान के अध्यक्ष आनंद विजय सिंह ने कहा कि महाबोधिवृक्ष और मिथिला कला जैसे सांस्कृतिक प्रतीकों की उपस्थिति भारत की गरिमा को विश्व मंच पर और मजबूत करती है. यह पवेलियन अतीत की विरासत के साथ-साथ आधुनिक भारत की वैज्ञानिक सोच का प्रतीक है. ओसाका एक्सपो में भारत पवेलियन आने वाले महीनों में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों और संवाद श्रृंखलाओं के माध्यम से दुनिया को भारत की विविधताओं से परिचित कराता रहेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है