ईरिमी बनेगा सेंटर आफ एक्सीलेंस
वेल्डिंग, हाइड्रॉलिक्स, न्यूमेटिक्स एवं मेकेटोनिक्स ब्रांच की होगी पढ़ाई
1888 में हुई थी ईरिमी की स्थापना
भारतीय रेलवे यांत्रिक एवं विद्युत अभियंत्रण संस्थान की स्थापना रेल इंजन कारखाना जमालपुर के परिसर में वर्ष 1888 में हुई थी. पहले से रेल कारखाना के टेक्निकल स्कूल के रूप में जाना जाता था. वर्ष 1905 में यहां यूरोपियन अप्रेंटिस और बाद में 1911 में पार्टीशन अप्रेंटिस प्रशिक्षण आरंभ हुआ. इस बीच पहला विश्व युद्ध के दौरान देश में इंडियन इंडस्ट्रियल कमीशन का गठन हुआ, क्योंकि भारतीय रेल की कमजोरी युद्ध के दौरान उजागर हो चुकी थी. इसी क्रम में इस संस्थान में भारतीय अप्रेंटिस मैकेनिक को पर्यवेक्षक का प्रशिक्षण कार्य आरंभ हुआ. जिसके बाद 14 फरवरी 1927 को स्पेशल क्लास रेलवे अप्रेंटिस का पहला बैच इस संस्थान में शामिल किया गया था. तब इसका नाम टेक्निकल स्कूल ही था. बाद में 1974 में इसका नामकरण इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट आफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के रूप में किया गया.यहां के प्रशिक्षक को मिल चुका है नोबेल पुरस्कार
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