चार माह में आइसीडीएस के तहत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र से भेजे गये मात्र 16 कुपोषित बच्चे
जिले में कुपोषित बच्चों के इलाज और उन्हें कुपोषण से बचाने के लिए सदर अस्पताल में 14 बेड का पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) वार्ड संचालित हो रहा है, हालांकि यहां बच्चों को कुपोषण से बचाया जाता है. आइसीडीएस के तहत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र तथा जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम दोनों द्वारा ही कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केंद्र में भेजना है. यहां कुपोषित बच्चों को 15 दिनों तक रखा जाता है. जहां उनके खाने-पीने का अलग से डायट निर्धारित होता है, जबकि यहां बच्चों को कुपोषण से छुटकारा दिलाया जाता है.
पांच प्रखंडों में आंगनबाड़ी केंद्र नहीं ले रहे दिलचस्पी
जिले के नौ प्रखंडों में से पांच प्रखंडों द्वारा कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र तक भेजने में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. वहीं अन्य चार प्रखंडों की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है. बता दें कि असरगंज, बरियारपुर, धरहरा, तारापुर एवं टेटियाबंबर प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा मार्च से जून के बीच एक भी कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र नहीं भेजा गया है, जबकि हवेली खड़गपुर द्वारा चार माह में 2, जमालपुर द्वारा 6, सदर प्रखंड द्वारा 7 तथा संग्रामपुर द्वारा मात्र एक कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा गया है.
डॉ रामप्रवेश प्रसाद, प्रभारी सिविल सर्जन
चार माह में 58 कुपोषित बच्चे पहुंचे पोषण पुनर्वास केंद्र
मार्च 8 3
अप्रैल 5 0
मई 15 7
जून 11 6B
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