हीट वेब की चपेट में जिला, आम जनजीवन हो रहा त्राहिमाम

पिछले लगभग 15 दिनों से जिला भीषण गर्मी की चपेट में है. प्रतिदिन तापमान में वृद्धि से आम जनमानस के आगे रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो रही है.

By Dipankar Shriwastaw | June 11, 2025 6:15 PM
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मानसून की पहली वर्षा 15 तक होने की संभावना

सहरसा. पिछले लगभग 15 दिनों से जिला भीषण गर्मी की चपेट में है. प्रतिदिन तापमान में वृद्धि से आम जनमानस के आगे रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो रही है. खासकर दिहाड़ी मजदूरों को काम नहीं मिलने से उनके चूल्हे ठंढे पड़ने लगे हैं. वहीं पानी नहीं होने से कृषकों के हाथ पांव फूलने लगे हैं. आम जनजीवन त्राहिमाम की स्थिति में है. लोग मॉनसून की पहली वर्षा के इंतजार में हैं. पहले मौसम पूर्वानुमान में समय से पूर्व मॉनसून प्रवेश की संभावना जतायी गयी थी. लेकिन तपती दोपहरिया को देख दूर दूर तक वर्षा की संभावना नजर नहीं आ रही है. लेकिन मौसम विभाग अब समय से 15 जून तक मॉनसून जिले में प्रवेश की संभावना जता रहा है. इधर किसान भी मॉनसून की पहली वर्षा के इंतजार में हैं. जिससे वे खेतों में धान के बिचडे डाल सके. साथ ही बिजली कटौती से लोग रतजगा करने को विवश हैं. बुधवार को अधिकतम तापमान लगभग 40 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड पर पहुंच गया है. पूरे जिले में भीषण हीट वेव जारी है एवं लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. भरी दोपहरी में जहां सडकें तक सूनी हो रही हैं. वहीं लोग छांव देखते ही सुस्ताने लगते हैं. जानकारी देते क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान अगवानपुर के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग के संख्यात्मक मॉडल के विश्लेषण के अनुसार 14 जून तक तापमान में बढ़ोतरी रहेगी एवं 15 जून से मॉनसून की वर्षा होने की संभावना है. अगले तीन दिन जिले में भीषण हीट वेव की संभावना है. तेज गर्मी से बच्चे से लेकर युवा, बूढे सभी परेशानी झेल रहे हैं. हालत यह बन गया है कि तेज धूप, लू एवं उमस से कहीं भी राहत नहीं मिल रहा है. गर्मी के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है.

तापमान में रोज हो रही बढ़ोतरी

जून महीने की शुरुआत से ही मौसम में बदलाव आने लगा. प्रतिदिन तापमान में बढ़ोतरी होती रही. जिससे पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि मई महीने के अंतिम सप्ताह में आंधी एवं वर्षा से गर्मी से लोगों को राहत मिली थी. उसके बाद एक बार फिर से गर्मी अपने प्रचंड रूप में आने लगी है, जिससे लोग परेशान हैं. उस पर बिजली की आंखमिचौली से लोग खासे परेशान हैं. आगे गर्मी की संभावना से ही लोग परेशान हो उठे हैं. गर्मी के कारण राह चलना काफी कठिन हो गया है, जबकि पूरा जून व जुलाई बाकी है. क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान अगुवानपुर के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि बुधवार को पारा लगभग 40 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है. उन्होंने बताया कि अगले 14 जून तक गर्मी से राहत की संभावना नहीं है. मानसून का प्रवेश संभवतः 15 जून तक होने की संभावना है. इसके बाद ही गर्मी से राहत मिल सकती है. उन्होंने बताया कि जिले में न्यूनतम तापमान मंगलवार की अपेक्षा दो डिग्री सेल्सियस बढ़कर 27.5 दर्ज किया गया है. जबकि अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

गर्मी में ताजा व हल्का करें भोजन

चिकित्सक डॉ आरबी ठाकुर ने कहा कि गर्मी में डाइट का बहुत ख्याल रखना चाहिए. ऐसी चीजें खानी चाहिए जो हल्की हो एवं आसानी से पच जाये. गर्मी में पानी का अत्यधिक सेवन एवं ज्यादा से ज्यादा फलों का सेवन करना चाहिए. जितनी भूख हो उससे थोड़ा कम खायें एवं ज्यादा तेल मसाले वाले खाने से परहेज करें. गर्मी में स्वस्थ रहने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना सबसे ज्यादा जरूरी है. धूप में निकलने से पहले ओआरएस का घोल या फिर कच्चे आम को पकाकर पानी के साथ लेने से लू से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि गर्मी का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है. बदलते मौसम में होने वाली बीमारियां उन्हें आसानी से जकड़ लेती हैं. इसलिए उनके खानपान पर खास ध्यान दें. जंक फूड, नूडल्स बिल्कुल भी ना दें. दोपहर के समय बच्चों को खेलने के लिए घर से बाहर नहीं जाने दें. आमलोगों को भी दिन भर में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. इसके अलावा जूस, दही, दूध, छाछ, लस्सी, नींबू पानी, ओआरएस का घोल, ग्लूकॉन-डी पीते रहना चाहिए. इस मौसम में तरबूज, खीरा जैसे पानी वाले फल का सेवन जरूर करना चाहिए. गर्मी में हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करना चाहिए. खाने में दही, छाछ एवं लस्सी को शामिल करना चाहिए. इसके अलावा रोज नींबू पानी पियें. धूप से आने के बाद कुछ देर रूक कर पानी पियें एवं इससे भी ज्यादा जरूरी है कि आप फ्रिज के पानी पीने से बचें. घर से निकलना मजबूरी हो तो बैग में पानी की बोतल जरूर रखें. गर्मी के मौसम में शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखना बेहद जरूरी होता है. इसलिए अपने बैग में पानी की बोतल जरूर रखें. गर्मियों में कैफीनयुक्त चीजों को खाने-पीने से बचें खासकर चाय के सेवन से.

आंगनबाड़ी केंद्र खुला रखकर बच्चों की सेहत से हो रहा खिलवाड़

सत्तरकटैया. अभी जिले में भीषण गर्मी का दौर चल रहा है. सुबह होते ही गर्मी का पारा आसमान छूने लगता है. इस गर्मी की वजह से लोगों को रात में भी ठीक से नींद नहीं आती है. सरकारी व प्राइवेट स्कूलों को बंद कर दिया गया है, लेकिन आइसीडीएस विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्र खुला हुआ है. इस केंद्र पर तीन से छह साल के बच्चे पढ़ने जाते हैं. चिलचिलाती धूप व भीषण गर्मी में आंगनबाड़ी केंद्र को खुला रखकर विभाग मासूम बच्चों की सेहत से खिलवाड़ कर रही है. इस बात का विरोध आंगनबाड़ी संघ ने जताया है. संघ के पदाधिकारी ने बताया की बच्चों की जान पर खतरा है. लेकिन विभाग का ध्यान आकृष्ट नहीं हो रहा है. संघ ने भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूल की तर्ज पर आंगनबाड़ी केंद्र में भी गर्मी छुट्टी देने की मांग डीएम से की है.

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