बाढ़ की आशंका पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
इ टू घाट क्षेत्र, जो हर वर्ष बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित होता है, वहां की भौगोलिक स्थिति और परिवहन बाधाओं को देखते हुए अधिकारियों ने स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया. सिविल सर्जन एवं डीपीएम ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, नवहट्टा को निर्देशित किया कि इ टू घाट में तत्काल चिकित्सकीय स्वास्थ्य शिविर स्थापित किया जाये तथा वहां दो एएनएम की प्रतिनियुक्ति तत्काल प्रभाव से की जाये, ताकि बाढ़ के समय प्राथमिक चिकित्सा, टीकाकरण, डायरिया नियंत्रण एवं जनस्वास्थ्य सेवाएं समय पर उपलब्ध कराई जा सके. क्षेत्रीय आशा कार्यकर्ताओं को भी अलर्ट पर रखा गया है, ताकि वे ग्रामीणों को समय-समय पर स्वास्थ्य से संबंधित आवश्यक जानकारी एवं प्राथमिक सहयोग उपलब्ध करा सकें. सिविल सर्जन डॉ रतन झा ने कहा कि बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा के समय स्वास्थ्य विभाग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है. हमारी प्राथमिकता है कि किसी भी स्थिति में आम जनता को स्वास्थ्य सेवाओं की कोई कमी न हो. सभी संबंधित पदाधिकारियों एवं कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं. डीपीएम विनय रंजन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में बाढ़ प्रभावित संभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां पूर्व से ही आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की जा रही है. चिकित्सा पदाधिकारियों की टीम पूरी तरह से सजग और तत्पर है.
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