मटेश्वर धाम सहित शिवालयों में विशेष सजावट व तैयारियां जोरों पर सिमरी बख्तियारपुर. देवों के देव महादेव की आराधना का पावन मास श्रावण आज से आरंभ हो गया है, जो 9 अगस्त को रक्षाबंधन के साथ संपन्न होगा. श्रावण की शुरुआत के साथ ही शिव भक्ति का वातावरण बन गया है. शिवालयों में विशेष सजावट व तैयारियां जोरों पर है, वहीं बाजारों में आस्था की छटा बिखरने लगी है. गेरुआ और हरे रंग से सराबोर बाजारों में श्रद्धालु कांवर यात्रा की तैयारी में जुट गये हैं. श्रद्धा से सराबोर बाजार श्रावण मास की आहट मिलते ही बाजारों में त्रिशूल, गेरुआ वस्त्र, शिव टी-शर्ट, साफी, रुद्राक्ष, बेलपत्र, धतूरा, गंगाजल और पूजा सामग्री की मांग बढ़ गयी है. कांवरों की कीमत 800 से 3000 रुपये तक है. इस बार पीतल और लकड़ी से बने आकर्षक कांवर भी भक्तों को खूब पसंद आ रहे हैं. देश के अलग-अलग हिस्सों से आये सामानों ने बाजार की रौनक और बढ़ा दी है. सोमवारी व्रत की तिथियां : 1 सोमवारी : 14 जुलाई 2 सोमवारी : 21 जुलाई 3 सोमवारी : 28 जुलाई 4 सोमवारी : 4 अगस्त महिलाएं जुटीं श्रृंगार में हरियाली तीज और सावन के सोमवार को लेकर महिलाओं में श्रृंगार को लेकर विशेष उत्साह है. हरे रंग की साड़ियों, लहरिया चूड़ियों, बिंदियों और मेंहदी की खरीदारी जोरों पर है. बाजार में कॉटन व सिंथेटिक साड़ी, पटियाला, कुर्ती व स्ट्रेट पैंट की मांग भी बढ़ी है. बढ़ी मोतियों-मालाओं की बिक्री मुरादाबाद से गंगाजल, दिल्ली से सजावटी सामग्री, जलेसर से घंटी-घुंघरू और पुरदिलनगर (यूपी) से लायी गई मोती व मालाओं की बिक्री भी चरम पर है. दुकानदारों के अनुसार रक्षाबंधन तक मांग लगातार बनी रहेगी. भोलेनाथ को प्रसन्न करना सहज पंडितों के अनुसार भगवान शिव को प्रसन्न करना अत्यंत सरल है. केवल जल, बेलपत्र और सच्ची श्रद्धा से भी वे शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं. इस महीने ॐ नमः शिवाय महामृत्युंजय मंत्र, रुद्राष्टक, शिव चालीसा आदि का पाठ जीवन में शुभता और शांति लाता है. श्रावण समापन रक्षाबंधन पर इस वर्ष सावन का समापन 9 अगस्त (शनिवार) को रक्षाबंधन के पर्व के साथ होगा. इस एक माह के दौरान शिव भक्त जलाभिषेक, व्रत व अनुष्ठान के माध्यम से भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे.
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