Bihar Flood: कोसी नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण सहरसा में 24 करोड़ की लागत से बना घोघसम-राजनपुर घाट का पीपा पुल आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है.सात महीने तक क्षेत्र के लाखों लोगों के लिए जीवनरेखा बना यह पुल अब बाढ़ के खतरे के कारण हटा लिया गया है, जिससे एक बार फिर लोगों को नाव से यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ेगा.
पीपा पुल का एप्रोच पथ धंसा
घोघसम के पास बने चार सेट पीपा पुल का एप्रोच पथ पूरब की ओर से धंस गया है, जिसके बाद पुलकर्मियों को मजबूरी में पुल के डूम खोलने पड़े. हेड मिस्त्री गरीब नाथ साह ने बताया कि कोसी नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. यदि समय रहते पुल नहीं खोला जाता तो उसके बाढ़ में बहने का खतरा था.
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एप्रोच पथ की मरम्मत नहीं होने पर बढ़ी समस्या
मिस्त्री ने बताया कि नियम के अनुसार, यह पुल 15 नवंबर से 15 जून तक ही चालू रहता है. इस बार अगर एप्रोच पथ की मरम्मत हो जाती तो पुल 15 दिन और चालू रह सकता था.राजनपुर की ओर 31 सेट पीपा अभी भी लगे हुए हैं, लेकिन बढ़ते जलस्तर का एप्रोच पथ पर काफी दबाव बना हुआ है, और बीच रास्ते में भी पानी का बहाव शुरू हो गया है.
ग्रामीणों ने लापरवाही का आरोप लगाया
स्थानीय ग्रामीण हरेराम तांती, शंभू शर्मा, सकेन यादव, कुमोद यादव और प्रमोद यादव ने प्रशासन और पुल निर्माण निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया.उनका कहना है कि यदि एप्रोच पथ में मिट्टी भरे बोरे डाल दिए जाते तो पुल कुछ दिन और चलता ग्रामीणों ने यह भी शिकायत की कि पुल निर्माण निगम के अभियंता निरीक्षण के लिए नहीं आए, जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई.
नाव से आवागमन की मजबूरी, गाम्रीणों ने बतायी समस्या
ग्रामीण बनारसी चौधरी, रणजीत सिंह, मीर शमशेर, संतोष चौधरी, संजय साह और रामचंद्र साह ने बताया कि पुल चालू रहने से बाजार में भीड़ रहती थी और व्यापार अच्छा चलता था.अब नाव से आने-जाने में ज्यादा समय लगेगा, जिससे ग्राहकों की संख्या कम होने की आशंका है और उनके व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.