समस्तीपुर : सौ दिन काम की गारंटी पर मनरेगा खड़ा नहीं उतर रहा है.महात्मागांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी अधिनियम कहा जाने वाला योजना हर वित्तीय वर्ष में ग्रामीण परिवारों के व्यस्क सदस्यों को सौ दिन अकुशल मजदूरी वाले काम की गारंटी देता है. लेकिन धरातल पर यह योजना पूरी तरह खड़ा नहीं उतर पा रहा है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में मनरेगा से 1175 हाउसहोल्ड को सौ दिन काम मिला है. हालांकि गत वित्तीय वर्ष की तुलना में स्थिति में बहुत सुधार हुआ है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में 995 हाउसहोल्ड को सौ दिन काम मिला था. वहीं वित्तीय वर्ष 2022-23 में स्थिति थोडी अच्छी रही. इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा से 1431 हाउसहोल्ड को सौ दिन काम मिला था. वहीं वित्तीय वर्ष 2021-22 में स्थिति खराब रही. इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा से महज 614 हाउसहोल्ड को ही सौ दिन काम मिल पाया था. वहीं ताजपुर और मोरवा प्रखंड में मनरेगा से एक भी हाउसहोल्ड को सौ दिन काम नहीं मिल पाया था. विदित हो इस योजना के आने के बाद कई उम्मीदें जगी थी. मजदूरों को लगा था कि उन्हें अब घर बैठे हर दिन काम मिलेंगे. काम के तलाश में उन्हें अपना घर परिवार छोड़कर पलायन नहीं करना पड़ेगा. लेकिन उनका यह सपना पूरी तरह सच नहीं हो सका. काम की तलाश में उन्हें प्रदेश जाना ही पड़ रहा है.
संबंधित खबर
और खबरें