समस्तीपुर . सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापक व शिक्षकों को ई-शिक्षाकोष पर बने अटेंडेंस के आधार पर ही वेतन मिलेगा. इसको लेकर विभाग की ओर से स्पष्ट निर्देश जारी किया गया है. इसके बाद भी नौ जुलाई को जिले के 2572 प्रधानाध्यापक व शिक्षकों ने पोर्टल पर हाजिरी नहीं बनाई है. वही समीक्षा के दौरान यह भी पाया गया है कि कुछ शिक्षकों की उपस्थिति देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि इन व आउट विद्यालय से बाहर का है. ऐसे शिक्षकों को चिन्हित करते हुए डीईओ ने स्पष्टीकरण पूछा है. साथ ही सभी एचएम को नसीहत दी है कि अपनी उपस्थिति में ई शिक्षाकोष पर उपस्थिति की प्रकिया पूरी कराए. यहां उल्लेखनीय है कि सरकारी विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थित अब ई- शिक्षाकोष एप के माध्यम से दर्ज की जाती है,जिसमें शिक्षकों को सुबह विद्यालय आने का समय और जाने के समय की अपनी अपनी सेल्फी अपलोड कर उपस्थिति दर्ज करनी होती है. अगर कोई शिक्षक अपनी उपस्थित ऑनलाइन दर्ज नहीं करते है तो उन्हें अनुपस्थित माना जाता है. शिक्षा विभाग की लाख कड़ाई के बाद भी विद्यालय के शिक्षक अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. विद्यालय से भागने का शिक्षक हमेशा नया-नया बहाना खोज रहे हैं. दरअसल, विद्यालय के शिक्षकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों हाजिरी बनाना है. ऐसे में शिक्षक सरकार के इस आदेश का भरपूर दुरुपयोग कर रहे हैं. शिक्षा विभाग ने कुछ दिन पहले लेटर जारी किया था कि नेट से या किसी टेक्निकल प्रॉब्लम से अगर शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी नहीं लगा पाते हैं तो शिक्षक ऑफलाइन भी हाजिरी लगा सकते हैं. जिससे उनकी सैलरी नहीं कटेगी. विभाग के इस लेटर का शिक्षक भरपूर फायदा उठा रहे हैं. सूत्रों की माने तो ऑफलाइन हाजिरी लगाकर शिक्षक विद्यालय छोड़कर गायब हो जा रहे हैं. बोल दिया जाता है कि मोबाइल का नेटवर्क काम नहीं कर रहा है. शिक्षक ऑनलाइन ई-शिक्षा कोष पर हाजिरी नहीं बना रहे हैं.
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