Samastipur News:समस्तीपुर : अब विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा देने के लिए ‘ईको क्लब फॉर मिशन लाइफ का गठन किया जा रहा है. इस क्लब का उद्देश्य छात्रों में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना विकसित करना है. जिले के सभी स्कूल हरित परिवर्तन के केन्द्र के रूप में विकसित किये जायेंगे. इसके लिए कक्षा नौ से 12 के लिए नये तरीके से क्लब के गठन के पहले बाल संसद बनायी जायेगी. पर्यावरण के साथ-साथ छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए स्कूलों में विभिन्न क्लब भी बनाये जायेंगे. खेलकूद के लिए स्पोर्ट्स क्लब, गणित की रोचक समझ के लिए मैथ्स क्लब, विज्ञान के प्रयोगों के लिए साइंस क्लब, भूगोल की जानकारी को विस्तार देने के लिए ज्योग्राफी क्लब तथा कला, संगीत और नाटक के लिए आर्ट एंड कल्चर क्लब गठित होंगे. इन क्लबों के जरिए छात्र-छात्राएं अपनी छिपी प्रतिभाओं को पहचान सकेंगे. इसके अलावा पूरे वर्ष भर इन क्लबों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण पर आधारित गतिविधियों की रूपरेखा भी तय की गई है. समग्र शिक्षा के डीपीओ मानवेंद्र कुमार राय ने बताया कि यह पहल बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने और व्यावहारिक ज्ञान सिखाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी. यह योजना स्कूल शिक्षा में एक सकारात्मक बदलाव लाएगी और छात्रों में नेतृत्व क्षमता के साथ सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी मजबूत करेगी. कक्षा एक से आठ के लिए पहले से इको क्लब गठित हैं. बाल संसद के तहत ही इको क्लब काम करेंगे. इको क्लब को सशक्त बनाने के लिए पूर्व निर्धारित एजेंडे पर इसके सदस्यों की माह में कम से कम एक बैठक जरूर होगी. इसे मजबूत और सदस्यों के बीच पर्यावरण के बेहतर समझ बनाने के उद्देश्य से हर जिले के तीन सदस्यों के लिए चार जुलाई को पटना में कार्यशाला होगी. इसमें जिला गुणवत्ता शिक्षा समन्वयक के अलावा प्रारंभिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के एक-एक मास्टर ट्रेनर शामिल होंगे. पर्यावरण संरक्षण आज भी सबसे बड़ी वैश्विक चुनौतियों में से एक है. इस दिशा में सकारात्मक बदलाव तभी संभव है, जब हम अपने बच्चों और युवाओं को इस प्रक्रिया में सहभागी बनायेंगे.
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