Samastipur News:पूसा : डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अधीनस्थ कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली के सभागार में छोटे फार्म संयंत्र से कृषि कार्य में सुगमता एवं आय सृजन विषय चल रहे प्रशिक्षण संपन्न हुआ. इसमें महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भागीदारी ली. अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ वैज्ञानिक सह केंद्र प्रमुख डा आरके तिवारी ने कहा कि छोटे-छोटे फार्म संयंत्रों का उपयोग कृषि कार्यों में सुगमता और आय सृजन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. ये संयंत्र न केवल उत्पादन लागत को कम करते हैं बल्कि उत्पादकता और आय बढ़ाने में भी मदद करते हैं. छोटे फार्म संयंत्र में छोटे ट्रैक्टर, थ्रेशर, और सिंचाई पंप, श्रम की आवश्यकता को कम करते हैं. इससे किसानों को कम समय और मेहनत में अधिक काम करने में मदद मिलती है. आधुनिक कृषि मशीनरी का उपयोग करके, किसान फसलों की बुवाई, कटाई और प्रसंस्करण जैसी गतिविधियों को जल्दी और कुशलता से पूरा कर सकते हैं. छोटे फार्म संयंत्रों के उपयोग से किसान अपनी फसलों का बेहतर प्रबंधन कर सकते हैं. छोटे फार्म संयंत्र में सिंचाई पंप और स्प्रिंकलर, किसानों को सूखे और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले जोखिम को कम करने में मदद करते हैं. छोटे फार्म संयंत्रों का उपयोग करके, किसान अपनी फसलों की पैदावार बढ़ा सकते हैं. इससे उनकी आय में वृद्धि होती है. छोटे फार्म संयंत्रों के उपयोग से किसान अपनी उत्पादन लागत को कम कर सकते हैं, जिससे उनका मुनाफा बढ़ जाता है. छोटे फार्म संयंत्रों का उपयोग करके किसान विभिन्न प्रकार की फसलें उगा सकते हैं. जिससे उनकी आय में विविधता आती है. छोटे फार्म संयंत्रों का उपयोग करके, किसान अपनी आजीविका में सुधार कर सकते हैं और आत्मनिर्भर बन सकते हैं. मौके पर केंद्र से जुड़े वैज्ञानिक एवं कर्मी मौजूद थे.
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