Samastipur News:समस्तीपुर : शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों की समस्याओं के शीघ्र निदान के लिए शिक्षा की बात हर शनिवार योजना शुरू की है. इस योजना के तहत सभी जिलों से आयी समस्याओं के निदान का आदेश डीईओ को दिया गया है. अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने यह भी कहा है कि निपटाये गये मामलों की जानकारी विभाग को भी देनी होगी. जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोहनपुर के शिक्षक ऋतुराज जायसवाल के शैक्षणिक प्रश्न को भी शिक्षा की बात हर शनिवार में शामिल किया गया, जो काफी उद्देश्य पूर्ण था और अपर मुख्य सचिव ने सराहा भी. शिक्षक ऋतुराज ने बताया कि गर्मियों की छुट्टियों में बच्चे अपने शैक्षणिक गतिविधियों से दूर न हो इसके लिए मनोरंजक पूर्ण होमवर्क बनाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं. इसमें अभिभावकों का सहयोग भी जरूरी है. छुट्टियों में बच्चों के पास पर्याप्त समय होता है और नई चीजें सीखने का उन्हें भरपूर अवसर मिलता है. इसलिए प्रोजेक्ट बेस्ड होमवर्क मिलेगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने भी प्रोजेक्ट बेस्ड होमवर्क की सराहना की है और कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि बदलती जीवन-शैली और बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने बच्चों को अपनी जड़ों से दूर कर दिया है. वे चाहकर भी प्रकृति का आनंद नहीं ले पाते. माता-पिता इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे को उनकी पसंद या रुचि की गतिविधियों में बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाये, न कि उन पर अपनी मर्जी थोपी जाये. बच्चे बोर होते हैं तो टेंशन न लें. उन्हें उस समय को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करें. उन्हें अच्छी किताबें पढ़ने, घर के कार्यों में हाथ बंटाने के लिए कहें. ये लाइफ स्किल्स भी उनके व्यक्तित्व विकास के लिए फायदेमंद साबित होंगी. डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय ने कहा कि जब आप प्रकृति की गहराई में जाते हैं, तभी उसकी खूबसूरती एवं कलात्मकता को बेहतर समझ पाते हैं. तो आइए, इन छुट्टियों को भरपूर तरीके से जीने के लिए बच्चों को प्रकृति से जोड़े. पेड़-पौधों, पशु-पक्षियों के संग समय व्यतीत करें. देश में हर वर्ष दुनिया भर से प्रवासी पक्षी आते हैं, जिन्हें निहारने और उनकी आवाजें सुनने से अलग ही आनंद मिलता है.
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