मोरवा . मनरेगा के कनीय अभियंता संजय प्रभाकर लगातार कार्यालय से अनुपस्थित रह रहे हैं. 3 महीने में मात्र तीन से चार बार उनके कार्यालय आने से कार्यालय का कामकाज प्रभावित हो रहा है. तकनीकी काम में बाधा आ रही है. इस बात की जानकारी सारंगपुर पश्चिमी पंचायत में डीआरडीए के निदेशक के निरीक्षण के दौरान खुलासा हुआ. बताया जाता है कि मंगलवार को खेल मैदान पौधारोपण एवं कई अन्य योजनाओं की जांच करने के लिए डीआरडीए के निदेशक हरिमोहन कुमार पहुंचे थे. मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी रंजीत कुमार तो मौजूद थे लेकिन कनीय अभियंता कहीं नहीं दिखे. जिसको लेकर पूछताछ शुरू हुई तो मालूम हुआ कि वे कार्यालय नहीं आ रहे हैं. क्षेत्र में चलने वाली योजनाओं की भी उनके द्वारा कोई छानबीन नहीं की जाती है. यहां तक की पूरे प्रखंड क्षेत्र में कई खेल मैदान का उद्घाटन हुआ लेकिन उन्होंने उसमें भी भाग लेना मुनासिब नहीं समझा. इस बाबत निदेशक के द्वारा कार्यक्रम पदाधिकारी को कार्य की गुणवत्ता को लेकर कई निर्देश दिये गये हैं. साथ ही कनीय अभियंता के नहीं आने के कारण हो रही परेशानी के बारे में जानकारी ली गई. मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि इन दिनों सभी पंचायत में खेल के मैदान को लेकर लगातार काम चल रहा है लेकिन कनीय अभियंता के न आने से संचालन में परेशानी आ रही है. कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा इंद्रावड़ा पंचायत में चल रहे सौंदर्यीकरण योजनाओं की छानबीन की गई. इस मौके पर बताया गया कि मियां बाकी पद्धति से लगाये गये पौधे के सामने ही अमृत सरोवर के लिए चयनित पोखर का सौंदर्यीकरण कराया जाना है. मौके पर पीटीए मनोज कुमार, पंचायत रोजगार सेवक चित्रलेखा कुमारी समेत कई अन्य लोग मौजूद थे.
संबंधित खबर
और खबरें