समस्तीपुर : सरायरंजन प्रखंड अंतर्गत प्रखंड संसाधन केंद्र में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है. प्राप्त सूचना अनुसार बथुआ बुज़ुर्ग स्थित बीआरसी बखरी बुज़ुर्ग स्थित उदापट्टी विद्यालय में संचालित हो रही है. बीइओ बीआरसी के बजाय वही से कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं. वही प्रखंड के शिक्षक को भी बीआरसी जाने के बजाय उदापट्टी स्थित विद्यालय जाना ही मजबूरी हो गया है. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बीइओ सप्ताह में एक-दो दिन खानापूर्ति के लिए बीआरसी में आती हैं और क्षेत्र भ्रमण के लिए निकल जाती है. विद्यालय के एचएम और शिक्षक अपनी समस्या निदान के लिए जब बीआरसी आते हैं तो बीइओ को नदारत देख उन्हें निराशा हाथ लगती है. बताते चलें कि पूर्व में प्रारंभिक विद्यालय के शिक्षकों का ही बीआरसी से कार्य रहता था. जिसका निदान बीइओ द्वारा किया जाता था. लेकिन अभी के समय में प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर के बीपीएससी टीआरई प्रथम, द्वितीय,विशिष्ट शिक्षक एवम विद्यालय का हर कार्य बीआरसी के माध्यम से होना होता है. शिक्षकों का कहना है कि पिछले कई माह से मातृत्व,चिकित्सा एवम अन्य अवकाश अवधि का वेतन भुगतान विपत्र लेकर बीआरसी जाते हैं तो गलत बताकर मौखिक रूप से लौटा दिया जाता है. समस्या निदान के लिए जब बीइओ मिलने का प्रयास किया जाता है तो पता चलता है कि बीआरसी में नहीं है. जानकारों की माने तो बीआरसी के बजाय शिक्षकों को किसी विद्यालय में बुलाकर कार्य निष्पादन किया जाना ठीक नहीं है. इस पर शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारी को संज्ञान लेना चाहिए. डीपीओ स्थापना कुमार सत्यम ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. बीईओ को निर्धारित बीआरसी में बैठने के लिए निर्देशित किया जायेगा.
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