शिवाजीनगर : प्रखंड की रजौर रामभद्रपुर पंचायत के वार्ड तीन गौरा गांव की दर्जनों महिलाएं हाथों में बाल्टी लेकर पानी की समस्या को लेकर सोमवार को प्रखंड मुख्यालय पहुंच गयी. इसके बाद गांव के लोगों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन बीडीओ को देकर वर्षों से बंद पड़े नल-जल को चालू करने की मांग की है. मुख्यालय परिसर में मौजूद ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कई वर्षों से नल-जल बंद रहने के कारण गांव के लोगों को स्वच्छ पानी का लाभ नहीं मिल पा रहा है. दिन-प्रतिदिन धूप तेज होने कारण चापाकल के पानी का लेयर नीचे जा रहा है. जिसके कारण चापाकल में अब पानी कम देने लगा है. पानी के अभाव में गांव की महिलाओं को घरेलू कार्य सहित अन्य कार्यों के लिए पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. किसी तरह गांव के एक दो चापाकल से सभी गांव के लोग पानी का काम करते हैं. वर्षों से बंद पड़े नल-जल की शिकायत स्थानीय पंचायत मुखिया से लेकर पीएचडी विभाग के पदाधिकारी को कई बार कर चुके हैं लेकिन पानी चालू कराने को लेकर कोई पहल की जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि कई दिनों से पानी की समस्या को लेकर पंचायत से लेकर मुख्यालय तक मोबाइल पर शिकायत करते-करते थक चुके हैं. कोई कार्रवाई नहीं होने पर मजबूर होकर महिलाएं बाल्टी लेकर मुख्यालय पहुंचने को बाध्य हो गयी. ग्रामीणों ने बताया कि पानी की समस्या से निजात दिलाने एवं गांव में बंद पड़े नल-जल को चालू कराने की मांग को लेकर बीडीओ कार्यालय में आवेदन दिया है. बीडीओ आलोक कुमार सिंह ने बताया कि रजौर रामभद्रपुर पंचायत के वार्ड तीन के ग्रामीण पानी की समस्या को लेकर कार्यालय आये थे. विभाग के जेई को जानकारी उपलब्ध करायी गयी है. पानी की समस्या से जल्द निजात दिलायी जायेगी.
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