Samastipur News: मोरवा : प्रखंड के धर्मपुर बांदे में केदारनाथ महात्मा के सौजन्य से रामदुलारी साहित्यकार मंडल सिरदिलपुर के द्वारा प्रायोजित कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ. इसमें एक से एक कवियों की प्रस्तुति ने लोगों के तन मन को झकझोर दिया. विनोद समीर की कविता युद्ध नहीं शांति चाहिए हमें विकास की क्रांति चाहिए, वशिष्ठ राय वशिष्ठ की कविता पेड़ काट कर तूने जंगल मिटा दिया ना जाने कितने परिंदों को बेघर बना दिया, द्वारका राय सुबोध की प्रस्तुति विघ्ना ने रूप संवारा कितना सुंदर कितना प्यारा, चांद मुसाफिर की कविता किसी की बेबसी पर वेबजह हंसना नहीं सीखा ने खूब वाहवाही बटोरी. राधा कृष्ण चतुर्वेदी की कविता द्वंद कहां तक पाला जाए, युद्ध कब तक टाला जाए, तू वंशज है वीरों का फेंक जहां तक भाला जाए दोनों तरफ लिखा हो भारत सिक्का वही उछाल जाए ने लोगों की झूमने पर मजबूर कर दिया. इसी तरह डॉ एस एन झा, प्रो डीएन चौरसिया, अरुण मालपुरी, रामचंद्र चौधरी, बसंत कुमार ठाकुर, दिनेश कुमार धुरंधर, दीपक कुमार राय, ज्वाला सांध्यपुष्प, अवधेश कुमार सिंह, रामजी वत्सल, प्रेम कुमार पांडेय, रीतलाल भाई, देवनारायण सिंह आदि की कविताओं ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया.
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