Samastipur News:समस्तीपुर : जिला शिक्षा विभाग का कार्यालय दिन-प्रतिदिन अपनी कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में है. जिला के दर्जनों ऐसे विद्यालय हैं जो प्रभारी नामित किये बगैर संचालित हो रहे हैं. सरायरंजन प्रखंड अंतर्गत उवि बथुआ बुजुर्ग में पिछले माह से विभाग द्वारा प्रभारी एचएम नामित किये बगैर निलंबित शिक्षक द्वारा बनाये गये प्रभारी के द्वारा संचालित किये जाने की सूचना प्राप्त हुआ है. बताते चलें कि करीब एक माह पहले डीईओ कार्यालय ने उच्च विद्यालय बथुआ बुजुर्ग के तत्कालीन प्रभारी एचएम संतोष कुमार सुमन पर गंभीर आरोप लगने के बाद निलंबित करते हुए बीआरसी पूसा मुख्यालय निर्धारित कर दिया था. निलंबन के बाद प्रभारी एचएम ने वरीयता को नजरंदाज कर अपने चहेते शिक्षक को प्रभार दे दिया. डीईओ कार्यालय ने इस पर कोई भी संज्ञान नहीं लिया. जबकि प्रभारी नामित करने का दायित्व डीईओ के पास होता है. डीईओ कार्यालय की लापरवाही के बाद अभी भी विद्यालय बिना नामित प्रभारी के ही संचालित हो रहे हैं. सूत्रों की माने तो निलंबित एचएम ने विभागीय जांच में अपने हित मे होने एवम सहयोग को लेकर बीपीएससी टीआरई प्रथम शिक्षक को छोड़ कर कनीय विशिष्ट शिक्षक को प्रभार देकर निर्धारित मुख्यालय में योगदान कर लिया. जानकारों का कहना है कि डीईओ कार्यालय निलंबन के साथ ही उस विद्यालय में प्रभारी नियुक्त कर सकता था. लेकिन कार्यालय द्वारा इस प्रक्रिया का टालमटोल किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे इतर हाल में ही उवि बथुआ बुजुर्ग में शिक्षकों के बीच आपसी मनमुटाव एवम वित्तीय अनियमितता के चलते प्रभारी एचएम सहित आधा दर्जन शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया था. प्रभारी एचएम को जांच कमिटी के द्वारा की गयी अनुशंसा के आधार निलंबित कर दिया गया. पिछले सप्ताह डीईओ ने निलंबित एचएम से जांच के लिए अभिलेख उपलब्ध कराने का स्मार पत्र दिया. लेकिन एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी निलंबित एचएम ने जांच कमेटी को अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया. जबकि डीईओ ने पत्र में स्पष्ट कर दिया था कि अभिलेख उपलब्ध नहीं कराने की दिशा में प्राथमिकी दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई की जायेगी. अब देखना है कि डीईओ कार्यालय इस पर क्या संज्ञान लेता है.
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