उजियारपुर . अंगारघाट थाना क्षेत्र के नोनफारा गांव में गुरुवार को हुई भीषण अगलगी की घटना में करीब दो दर्जन घर जलकर राख हो गये. इसमें लाखों रुपये मूल्य के घरेलू सामान जैसे बर्तन, अनाज, कपड़े, पंखा, साइकिल, चाराकल खाक हो गये. गाय, बैल, बछड़ा के अलावा कई बकरियां भी झुलस कर मर गईं. अगलगी की घटना दोपहर करीब एक बजे की है. आग लगने का कारण बिजली के तार के शाॅर्ट सर्किट से निकली चिनगारी बताया जा रहा है. बताते हैं कि आग की लपट इतनी तेज थी कि पीड़ित अपने तन पर रहे कपड़े के अलावा कुछ नहीं बचा पाये. हालांकि घटना की सूचना मिलते ही अंगारघाट थाना का अग्निशमन दस्ता व ग्रामीण आपसी सहयोग से आसपास के निजी बोरिंग से आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया. लेकिन पछिया हवा के झोंके से आग बड़ी तेजी से घरों को आगोश में लेती चली गई. इस बीच उजियारपुर सीओ आकाश कुमार, अंगारघाट एसएचओ दिव्य ज्योति कुमारी सदलबल मौके पर पहुंच कर दलसिंहसराय से बड़ा अग्निशमन वाहन को बुला कर भड़की आग पर काफी मशक्कत के बाद काबू पाने में सफल रहे. साथ ही उजियारपुर पीएचसी से दो एम्बुलेंस में सवार स्वास्थ्यकर्मी ने घटना में अचेत हुई महिलाओं को सदर अस्पताल भेजने के साथ ही स्थानीय स्तर पर उपचार करवा दिया. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो प्रारंभिक आकलन के अनुसार इस घटना में करीब 20 लाख से अधिक का नुकसान होना बताया जा रहा है. इधर, सीओ ने अपनी मौजूदगी में राजस्व कर्मचारी अवधेश कुमार से क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया. वहीं सभी प्रभावित परिवारों को तत्काल पॉलीशीट के अलावा सूखा भोजन वितरण करवा दिया. अगलगी में प्रभावित परिवारों में रामानंद राय, परमानन्द राय, शिबु राय, फेकू राय, जेठू राय, सीताराम राय, अनिल राय, अरबिंद राय, सुशील राय, भोला राय, मंगल राय, उर्मिला देवी, राजेन्द्र राय, गिरीश राय, नवीन राय, पंकज राय, अशोक राय सहित 24 परिवार प्रभावित बताये गये हैं. राजद अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ जिला उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार सहनी ने अग्निपीड़ितों को मुआवजा देने की मांग की है. मौके पर स्थानीय मुखिया इंदु कुमारी, शिक्षक कृष्ण कुमार, माले नेता महावीर पोद्दार सहित दर्जनों सामाजिक कार्यकर्ता पहुंचे थे.
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