मांझी. संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों ने अनुदान नहीं, वेतनमान चाहिए की मांग को लेकर शनिवार को माधव सिंह महाविद्यालय परिसर में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और 30 वर्षों के शासनकाल में उच्च शिक्षा की उपेक्षा का आरोप लगाया. धरने को संबोधित करते हुए शिक्षकों ने कहा कि राज्य के 60 प्रतिशत से अधिक छात्र-छात्राएं संबद्ध डिग्री कॉलेजों से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, लेकिन उन्हें शिक्षित करने वाले शिक्षक और कर्मचारी वर्षों से बिना वेतन के काम करने को मजबूर हैं. इससे उनके परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गये हैं. संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों को अनुदान नहीं, नियमित वेतनमान मिले, अब तक का बकाया अनुदान एकमुश्त भुगतान किया जाये जैसे मांग शामिल है. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार उनकी मांगों पर त्वरित और ठोस कदम नहीं उठाती है, तो आने वाले विधानसभा चुनाव में उसे जवाब दिया जायेगा. शिक्षक नेताओं ने मुख्यमंत्री को आगाह करते हुए कहा कि अब आर-पार की लड़ाई होगी. इस दौरान सुधा कुमारी, हिमांशु मिश्रा, महिष राजा, रविन्द्र दुबे, निर्मल सिंह, सत्येंद्र, सुभाष, सुनीता, आकाश, दीपू सहित महाविद्यालय के सभी शिक्षक और कर्मचारी प्रदर्शन में शामिल रहे.
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