
सोनपुर. सावन माह की शुरुआत के साथ ही हरिहर क्षेत्र सोनपुर स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर समेत विभिन्न शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. विशेष रूप से पहले सावन सोमवार को पूजन और जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी जाती है.
भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने के लिए प्रशासन और पुलिस द्वारा व्यापक तैयारियां की गयी हैं. हरिहरनाथ मंदिर परिसर, अन्य शिवालयों एवं स्नान घाटों पर सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है. साथ ही पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जा रही है. मंदिर परिसर में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है, जहां से हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है. हरिहरनाथ मंदिर न्यास समिति के सचिव विजय कुमार सिंह लल्ला ने जानकारी दी कि श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस बार अर्घा सिस्टम के माध्यम से जलाभिषेक की व्यवस्था की गयी है. पहले रुद्राभिषेक और विशेष पूजन के उपरांत आम श्रद्धालुओं के लिए बाबा का पट खोला जायेगा. श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए मुख्य द्वार पर एलईडी स्क्रीन भी लगायी गयी है, जिससे लोग बाहर से ही जलाभिषेक का दृश्य देख सकें.डाक कांवड़ यात्रा के लिए विशेष रूट, 65 किमी लंबी यात्रा में प्रशासन की निगरानी
सावन माह में डाक कांवड़ यात्रा की भी शुरुआत हो चुकी है. यह यात्रा पहलेजा घाट धाम से शुरू होकर सोनपुर के गोविंदचक, बरबट्टा, मानपुर होते हुए एनएच-19 के रास्ते हाजीपुर और सराय भगवानपुर के जरिए मुजफ्फरपुर स्थित बाबा गरीबनाथ मंदिर तक जाती है. यह यात्रा लगभग 65 किलोमीटर लंबी है. कांवड़ियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल को विभिन्न मार्गों पर तैनात किया गया है. शुक्रवार से रविवार तक एनएच-19 पर भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए विशेष फोर्स की तैनाती की गयी है. गंगा और गंडक नदी के घाटों, विशेष रूप से पहलेजा घाट और काली घाट पर प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था की गयी है. एसडीआरएफ की टीमें एवं गोताखोरों को तैनात किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल मदद दी जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है