सीतामढ़ी. ड्राई स्टेट होने के बाद भी शराब की अवैध तस्करी कर अकूत संपत्ति जमा करने वाले 140 शराब तस्कर जिला पुलिस के रडॉर पर हैं. शराब तस्करों पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए एसपी अमित रंजन ने चिह्नित शराब तस्करों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटाने का स्पष्ट निर्देश संबंधित पुलिस पदाधिकारियों को दे चुके हैं. उन्होंने स्पष्ट तौर पर पुलिस पदाधिकारियों को कहा कि इसमें किसी प्रकार की लापरवाही उनके निलंबन या विभागीय कार्रवाई का कारण बन सकती है. एसपी के कड़े रूख को देखकर जिला पुलिस शराब तस्करों को चिह्नित करने के लिए मैराथन दौड़ लगा रही है.
जिला पुलिस ने अब तक 140 शराब तस्करों को चिह्नित किया है. उनमें 36 शराब तस्करों के खिलाफ संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया से संबंधित नियमों का पालन करते हुए कार्रवाई करने के लिए पुलिस स्वतंत्र है. बताया गया कि संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया के लिए जो नियम बनाया गया है, उनमें प्रथम चरण में वैसे तस्करों पर कार्रवाई किया जाना है. जिनपर शराब तस्करी से संबंधित कम से कम चार मामले दर्ज है. जिनके खिलाफ रनिंग केस चल रहा है. इन 38 में सात ऐसे तस्कर है, जिनके खिलाफ कार्रवाई के लिए अनुसंधानकर्ता ने प्रतिवेदन समर्पित कर दिया है.
जानकारी बताते है कि इंडो-नेपाल बॉर्डर होने के कारण जिले में शराब की तस्करी दिन-प्रतिदिन अपनी जड़ फैलाती जा रही है. खासतौर पर सीमावर्ती इलाका में यह कथित तौर पर कुटीर उद्योग के रूप में विकसित हो चुका है. खुली सीमा होने के कारण पुलिस व एसएसबी को भी तस्करी रोकने में सफलता नहीं मिल रही है.
शराब तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है. उनकी पहचान की जा रही है. अनुसंधान में बाधा नहीं पहुंचे, इस कारण उनके नाम का खुलासा नहीं किया जा सकता है. हां यह सच है कि शराब की तस्करी करने वालों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई को लेकर पुलिस काम कर रही है.
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