सीतामढ़ी. आज विश्व योग दिवस है. भारत ने पूरी दुनिया में योग को पहचान दिलायी. आज योग के जरिये सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा मिल रहा है. साथ ही नियमित योग से शारीरिक और मानसिक सेहत भी बनी रहेगी. इस वर्ष की थीम है : ””””””””योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ””””””””. थीम के तहत इस वर्ष का आयोजन समग्र कल्याण और पर्यावरण सद्भाव को बढ़ावा देने में योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है. बच्चे भी योग सीख रहे और खुद को पारंगत बना रहे हैं. शहर के ब्रह्म स्थान पुरानी बाजार मोहल्ले के कई घरों में बच्चे योगी बन रहे हैं. बच्चों में शिक्षा और संस्कार के साथ योग में पारंगत बनाने की मुहिम चला रहे हैं मोहल्ले के राजू कुमार. आवास सहायक राजू स्वयं बचपन से ही बड़े बुर्जुगों से योगाभ्यास सीखे हैं. घर से की गयी शुरूआत, आज मोहल्ले के कई घरों तक पहुंच गया है. राजू कहते हैं कि बात कोरोना काल की है, जब लोगों का घर से निकलना मना था. या यों कहे डर के मारे नहीं निकल रहे थे, अघोषित कर्फ्यू का माहौल बन चुका था, ऐसे में बच्चों की ऊर्जा को संभालना काफी मुश्किल हो रहा था. इतनी ऊर्जा होती है बच्चों के अंदर की एक मिनट में 20 बार गुलाटी मार लेते थे, इनको गुलाटी मारते देख सोचा क्यों नहीं इन्हें योग आसन की तरफ ले जाया जाए, तभी से( वर्ष 2019) बच्चों को योग अभ्यास करने का विचार बनाया. तभी से योग आसन करने को प्रेरित किया. इनके साथ आसपास के दर्जनों बच्चे निःशुल्क आकर योग अभ्यास करते हैं. इसमें मुख्य रूप से यशराज, केशव राज, राघव/युवराज, वेदांश, ओमी, गुनगुन आदि शामिल हैं.
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