रीगा. नवगठित 20- सूत्री की प्रथम बैठक प्रखंड कार्यालय स्थित सभा कक्ष में अरुण सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई. संचालन उपाध्यक्ष विनोद राय पटेल ने किया. सदस्यों के परिचय के बाद सदस्य कैलाश बिहारी मिश्रा ने मनरेगा में व्याप्त भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की. कहा कि मनरेगा अधिकारी व कर्मियों द्वारा प्रखंड क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सीमान बांध व फर्जी पोखर खुदाई के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाडा़ किया गया है. दुखद यह है कि जिला के वरीय अधिकारी भी सब कुछ जानते हुए चुप्पी साधे बैठे हुए है. कारण कि इसको लेकर कई बार जिला स्तर तक शिकायतें की गई, पर अब तक कोई कार्रवाई संभव नहीं हो सका है. सदस्य धीरेंद्र पटेल ने पीएम आवास योजना में बिचौलियों एवं आवास सहायक द्वारा की जानेवाली अवैध वसूली की जांच कराने एवं दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की. अध्यक्ष पटेल ने आंगनबाड़ी केंद्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि 70 फीसदी फर्जी आंगनबाड़ी केंद्र के नाम पर राशि की निकासी हो रही है. कई सदस्यों ने बिजली विभाग के लापरवाही पर आक्रोश व्यक्त किया. मौके पर बीडीओ संजय पाठक, सीओ ममता कुमारी, स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि हरि किशोर सिंह, सहकारिता पदाधिकारी उदय सिंह, जीविका के अधिकांश सदस्यों के साथ पूनम देवी, केशरदेव लाल साह, चित्र पाल पासवान, विजय पासवान व रामनाथ मंडल समेत अन्य मौजूद थे.
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