सीतामढ़ी. करीब सप्ताह भर बाद बुधवार को जिलेवासियों को विचलित करने वाली गर्मी का सामना करना पड़ा. सुबह-सुबह झुलवाने वाली धूप निकली. तभी से हर किसी के शरीर पसीने से तर-बतर होने लगे. हालत यह बन गयी कि घर के अंदर रहने में भी परेशानी हो रही थी. पंखे-कूलर से भी लोगों को राहत नहीं मिल रही थी. महिलाओं को खाना पकाने में और कामकाजी लोगों को जरूरी कामकाज निबटाने में हालत खराब होती रही. दफ्तर, होटल, दुकान व विभिन्न कल-कारखानों में काम करने वाले लोगों के एक पल के लिये भी नहीं सूखे. आसमान में आंशिक बादलों की आवाजाही के कारण बीच-बीच में राहत मिल रही थी, लेकिन पूरा शाम करीब पांच बजे तक झुलसाने वाली धूप के कारण कई लोग घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पायेग. यही कारण था कि आम दिनों की तरह बुधवार को सड़कों पर भीड़ नहीं थी. इक्के-दुक्के वाहनों का परिचालन होता दिखा. कुल मिलाकर बुधवार का दिन लोगों के लिये एक तरह से आफत वाला दिन साबित हुआ. जिला कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ राम ईश्वर प्रसाद से मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को असहनीय गर्मी महसूस होने के पीछे अधिकतम व न्यूनतम तापमान के बीच के फासले का कम होना है. बुधवार को जिले का अधिकतम तापमान करीब 38 व न्यूनतम तापमान करीब 28 दर्ज किया गया. हालांकि, गुरुवार को बुधवार की तूलना में तापमान थोड़ा कम रहने की संभावना है.
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